CIA मुलाजिम बनकर मैडीकल स्टोर संचालकों से नकदी लूटने वाले गैंग का पर्दाफाश

punjabkesari.in Tuesday, Mar 03, 2020 - 11:56 AM (IST)

लुधियाना(तरुण):  सी.आई.ए. पुलिस के कर्मचारी बनकर दुकानदारों से नकदी लूटने वाले गैंग का थाना डिवीजन नं. 4  की पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गैंग के 2 आरोपियों जगजीत व अमनदीप को काबू किया है जिनसे लूट की 12 हजार की नकदी बरामद हुई है। जगजीत को सूचना के आधार पर बाजवा नगर पुली के निकट से काबू किया है जबकि अमनदीप को प्रोडक्शन वारंट पर जालंधर जेल से लाया गया है।

उक्त खुलासा पत्रकार सम्मेलन में ए.डी.सी.पी. गुरप्रीत सिंह सिकंद, ए.सी.पी. वरियाम सिंह व थाना डिवीजन नं 4 प्रभारी सतवंत सिंह ने किया है।  उक्त गैंग में आरोपी जगजीत सिंह उर्फ जग्गी निवासी शिमलापुरी व प्रोडक्शन लाए गए अमनदीप कुमार उर्फ दीपा बरेटा रोड शिमलापुरी के अलावा भूपिंद्र निवासी डाबा, हैप्पी व एक अज्ञात शामिल हैं। ए.डी.सी.पी. सिकंद ने बताया कि  गैंग के सदस्यों ने जनवरी में बहादुर के रोड स्थित एक मैडीकल स्टोर के मालिक बलविन्द्र सिंह को धमकाकर उससे 2 लाख की नकदी छीन ली थी। वारदात में जगजीत व उसके अन्य दोस्त शामिल थे। जगजीत स्विफ्ट कार में बलविन्द्र सिंह की दुकान पहुंचा जिसने दुकान मालिक से कहा कि उस पर एन.डी.पी.एस. एक्ट का पर्चा दर्ज किया जा रहा है। अगर वह पर्चा रुकवाना चाहता है तो उन्हें 2 लाख की नकदी दे। बेकसूर होने के बावजूद वे बलविन्द्र सिंह पर दहशत कायम करने में आरोपी कामयाब हुए और 2 नकदी ले गए। कुछ दिन बाद पीड़ित बलविन्द्र को नकली पुलिस मुलाजिम के बारे में पता चला तो उसने आरोपियों के बारे में जानकारी हासिल की व पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सूचना के आधार पर तब काबू किया जब वह एक और वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था। 

जालंधर में भी कर चुके हैं वारदात
थाना प्रभारी सतवंत सिंह ने बताया कि अमनदीप उर्फ दीपा ने अपने साथियों के साथ मिलकर जालंधर में एक दुकानदार को धमकाकर उससे 20 हजार की नकदी लूटी थी। इस वारदात में जगजीत उर्फ जग्गी शामिल नहीं था। जालंधर पुलिस ने इस वारदात में अमनदीप व उसके अन्य साथियों पर केस दर्ज कर उसे गिरप्तार किया था। पुलिस ने अमनदीप को 2 दिन के प्रोडक्शन वारंट पर लुधियाना लेकर ओर उससे पूछताछ की।

कर चुके हैं 15 से अधिक वारदातें
बहादुर के रोड स्थित मैडीकल स्टोर के मालिक बलविन्द्र सिंह से नकदी लूटने के बाद जगजीत सिंह ने 5 दोस्तों में बराबर नकदी बांट ली। गैंग के सदस्य अधितकर वारदातें मैडीकल स्टोर के मालिकों के साथ ही करते थे। सूत्रों के अनुसार आरोपी 15 से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।

दोस्त की स्विफ्ट मांगकर करते थे लूट
थाना प्रभारी सतंवत सिंह ने बताया कि आरोपी वारदात में स्विफ्ट कार का ही इस्तेमाल करते थे। कार हैप्पी के एक दोस्त की थी। वे कार कुछ देर के लिए मांगते और वारदात को अंजाम देने के बाद वापस कर देते। कार मालिक को इस बारे में जानकारी नहीं थी कि उसकी कार का इस्तेमाल आपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिए किया जा रहा है। 


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