कामरेड सीताराम येचुरी बेबाक बोले, देश में धर्म के आधार पर नागरिकता की बात संविधान के उल्ट

punjabkesari.in Thursday, Mar 05, 2020 - 05:35 PM (IST)

लुधियाना(सलूजा): हिंद कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्कस्वादी) के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड सीता राम येचुरी ने कहा कि देश के एतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि धर्म के नाम पर नागरिकता देने की बात की जा रही है, जो कि संविधान के उल्ट है। समूह देशवासियों को एकजुट होकर सबसे पहले एनआरपी कानून को लागू करने से रोकना होगा। यदि यह कानून लागू हो जाता है तो देश के ज्यादातर लोगों की नागरिकता खतरे में पड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि इस समय हम सभी के सामने भारत देश व संविधान को बचाने की चुनौती है। जिसके लिए हम सभी को ही मिल कर संघर्ष करना होगा।
    
कामरेड येचुरी ने आज यहां पंजाब एंड चंडीगढ़ मैडीकल एंड सेल्ज रिप्रीजैटिव यूनियन (पीसीएमएसआरयू) के स्टेट ऑफिस के उद्घाटन करने के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने पहले जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को खत्म कर दिया और अब देश में सीएए,एनआरसी व एनआरपी जैसे कानून लागू करने के ऐलान से नफरत व हिंसा का माहौल पैदा कर दिया है। 

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