कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्ज यूनियन ने सरकार विरोधी नीतियों के खिलाफ की हड़ताल

punjabkesari.in Tuesday, Jul 17, 2018 - 11:04 AM (IST)

लुधियाना (मोहिनी): राज्य सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ पंजाब रोडवेज/पनबस कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्ज यूनियन ने & दिवसीय हड़ताल करके पंजाब भर की बसों का चक्का जाम करने की चेतावनी दी थी, जिसके चलते आज यूनियन ने बस स्टैंड परिसर में सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए रोष रैली निकाली। इसमें रोडवेज कर्मी भी कॉन्टै्रक्ट वर्कर यूनियन के समर्थन में आए। यूनियन की सैंट्रल बॉडी द्वारा कोई सूचना न मिलने से बस स्टैंड को बंद नहीं किया गया बल्कि बस स्टैंड पर आवागमन पहले जैसा ही था।

इस हड़ताल से जहां सरकार को घाटा सहना पड़ रहा है वहीं यात्रियों को भी सरकारों बसों की सेवाओं की सुविधा नहीं मिल सकी। यूनियन अपनी मांगें मनवाने के लिए अड़ी हुई है लेकिन सरकार की ओर से कोई राहत न मिलने के कारण उन्हें संघर्ष की राह पर चलना पड़ रहा है। यूनियन ने ऐलान किया कि 17 जुलाई को ट्रांसपोर्ट मंत्री के निवास का घेराव करके रोष प्रदर्शन करेगी।सतनाम सिंह ने कहा कि 25 जून को अपनी मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल की थी लेकिन ट्रांसपोर्ट मंत्री ने उनकी मांगों को पूरा करने की बजाय वर्करों को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार का ऐसा ही रवैया रहा तो कर्मचारी पनबस के चक्के को नहीं चलने देंगे। सरकार उनकी मांगों को मानने के लिए सिर्फ मीटिंग करने का ड्रामा रचती रही। लेकिन यूनियन अब इनकी बातों में आने वाली नहीं है।

प्रधान सिकंदर सिंह व शमशेर सिंह ने कहा कि इस हड़ताल दौरान अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती या किसी कर्मचारी के साथ धक्केशाही हुई तो यूनियन हड़ताल को आगे लेकर जाएगी जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस हड़ताल में सुखदेव सिंह, मेजर सिंह, शमशेर सिंह, अमरजीत सिंह, बलराज सिंह, सुखविन्द्र सिंह, राजविन्द्र सिंह, जतिन्द्र सिंह, भगत सिंह, किरणदीप सिंह, गुरमेल सिंह, परमिन्द्र सिंह आदि ने हिस्सा लिया। हड़ताल के चलते जहां सरकारी बसों का चक्का जाम रहा वहीं नौकरी पेशा लोगों व पास होल्डर विद्यार्थियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यात्रियों ने कहा कि सरकार पनबस कर्मियों की मांगों का कोई हल निकाले न कि जनता के मुश्किले पैदा करें।

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