31 मामलों के साथ डेंगू की पंजाब में दस्तक

punjabkesari.in Thursday, Jun 13, 2019 - 10:21 AM (IST)

लुधियाना(सहगल): एक बार फिर मानसून से पहले डेंगू के मरीज सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक राज्य में 31 मरीजों में डेंगू की पुष्टि की है। इनमें सबसे अधिक मरीज बरनाला में सामने आए हैं जबकि लुधियाना के सलेम टाबरी क्षेत्र से एक मरीज सामने आया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी सिविल सर्जनों को पत्र लिख कर डेंगू और चिकनगुनिया की रिपोर्ट रोज भेजने को कहा है। इससे पहले नैशनल वैक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम नई दिल्ली से भी सभी रा’यों को बचाव कार्यों में तेजी लाने और लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करने के लिए कहा गया है।


मैन पावर की है कमी 
पंजाब सरकार की ओर से डेंगू का लारवा ढूंढकर उसे नष्ट करने के लिए 500 ब्रीडर चैकर को शहरी इलाके में  तथा 200 ब्रीडर चैकर को ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात करने की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। वहीं माहिरों का कहना है कि रा’य के कई जिलों में ब्रीडर चैकरों की संख्या काफी कम है जिसमें संतुलन बनाया जाना अति आवश्यक है। 


अस्पतालों में नहीं बने फीवर कार्नर
सरकार द्वारा निर्देश जारी होने पर भी अस्पतालों में फीवर कार्नरों का निर्माण नहीं किया गया है और न ही मरीजों के लिए म‘छरदानियों का समुचित प्रबंध है।


डेंगू टैस्ट के दाम किए तय 
नैशनल वैक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम की स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर डा. अनु चोपड़ा दोसांझ ने कहा कि डेंगू के दाम सरकार द्वारा फिक्स कर दिए गए हैं। अब कोई भी अस्पताल व लैब इसके लिए 600 रुपए से अधिक नहीं चार्ज कर सकता प्लेटलैट्स जांच के लिए 50 रुपए निर्धारित किए गए है।


 सरकारी अस्पतालों में टैस्ट फ्री
डा. अनु ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच नि:शुल्क है। उन्होंने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को कहा गया है। चूंकि डेंगू का म‘छर साफ पानी में पैदा होता है, इसलिए अपने घरों के आसपास साफ पानी को पानी को रुकने न दें। यहां तक कि पक्षियों के लिए रखे पानी के बर्तनों का पानी दुसरे दिन बदल दे।


 कूलरों की हर सप्ताह करें सफाई
डेंगू का सबसे अधिक लारवा कूलरों में पाया जाता है, इसलिए हर सप्ताह कूलरों का पानी निकाल कर उसे एक दिन सूखा रखना आवश्यक है अथवा उसमें डेंगू का मच्छर पैदा होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए सरकार द्वारा हर शुक्रवार को ड्राई डे मनाने को कहा है। इस दिन घरों ही नहीं, कार्यालयों में लगे कूलरों से पानी निकाल कर उन्हें सूखा रखा जाए। डा. अनु चोपड़ा के अनुसार सभी लोग मिलकर बचाव कार्यों को अपनाएं तो बीमारी से बचाव किया जा सकता है।

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