महानगर में बैड ट्रैफिक सैंस का शिकार हुए पूर्व क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी

punjabkesari.in Sunday, Oct 13, 2019 - 03:25 PM (IST)

लुधियाना(सुरिन्द्र): भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी दिल्ली से अमृतसर सड़क मार्ग से जाते समय लुधियाना में बैड ट्रैफिक सैंस का शिकार हुए। बेदी ने अपनी नाराजगी ट्विटर पर ट्वीट कर जाहिर की है। बेदी के ट्वीट के बाद कई अन्य लोगों व लुधियाना पुलिस ने इस पर जवाब भी दिया है। ट्वीट में बेदी ने स्मार्ट सिटी लुधियाना को प्लस प्वाइंट वाला शहर बताया है लेकिन ट्रैफिक सैंस इसमें शामिल नहीं। बेदी के अनुसार सारे शहरों में यही हाल है, विशेषकर राजधानी दिल्ली में। बेदी के ट्वीट पर लुधियाना पुलिस ने भी उन्हें जवाब देकर उनकी इस चिंता पर प्रशंसा की है और इसे शहर की गंभीर समस्या माना है। इसके अलावा लोगों से सहयोग की मांग भी की है ताकि लुधियाना वास्तव में स्मार्ट सिटी बन सके जिसमें यातायात अनुशासन भी शामिल है।

बता दें कि सड़क हादसों व हादसों में मरने वालों की संख्या में लुधियाना काफी आगे निकल गया है। पिछले 3 वर्षों में ही लुधियाना सिटी के क्षेत्र में पांच सौ से अधिक लोग हादसों में अपनी जान गंवा चुके है। राज्य सरकार द्वारा लुधियाना सिटी में ऐसे 91 प्वाइंटों को चिन्हित किया गया है जहां अधिक हादसे होते हैं। पानीपत-जालंधर हाईवे पर ही अधिक हादसे वाले प्वाइंट है लेकिन इसके बावजूद लोग नियमों पर अमल करने को तैयार नहीं। हालांकि केन्द्र सरकार ने ट्रैफिक नियम तोड़ने पर भारी भरकम जुर्मानों की व्यवस्था कर दी है लेकिन राज्य में कांग्रेस की सरकार ने संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट को लागू नहीं किया जिसके कारण लोगों में जुर्मानों का डर खत्म हो गया है। 

बेदी के ट्वीट का कई अन्यों ने भी दिया जवाब
बेदी के लुधियाना के बैड ट्रैफिक सैंस पर ट्वीट करने पर पुलिस के अलावा कई अन्य लोगों ने इसका जवाब दिया है। सच्चिदानंद के अनुसार राज्य सरकार द्वारा संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट को लागू न करना अफसोसजनक है। नीलकंठ के अनुसार युवाओं को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देनी चाहिए। मोइन खान के अनुसार सिर्फ एक शहर नहीं बल्कि पूरे देश में यही हाल है। संजय कन्नौजिया के अनुसार जालंधर बाईपास चौक पर प्राइवेट बसों वाले पूरी सड़क ब्लाक कर देते हैं।

नैशनल हाईवे अथारिटी भी कम जिम्मेदार नहीं : वर्मा
स्टेट रोड सेफ्टी कौंसिल के सदस्य राहुल वर्मा का कहना है कि शहरियों की बुरी ट्रैफिक सैंस के लिए नैशनल हाईवे अथारिटी भी कम जिम्मेदार नहीं। पानीपत-जालंधर नैशनल हाईवे का निर्माण कार्य पिछले करीब 9 वर्षों में भी पूरा नहीं हो पाया है। उम्मीद है कि बेदी को लुधियाना के अगले चक्कर में काफी सुधार देखने को मिलेंगे।

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Sunita sarangal