आजादी के 75 वर्ष बाद लुधियाना को मिला नया सरकारी कालेज

punjabkesari.in Tuesday, Aug 14, 2018 - 03:28 PM (IST)

लुधियाना (विक्की): किसी भी देश की तरक्की का आधार शिक्षा होती है। लेकिन समय-समय की सरकारों ने इस ओर ध्यान देने के लिए अगर कदम भी बढ़ाए तो सिर्फ दावे करने तक सीमित रहे। बात अगर लुधियाना की करें तो यहां भी वर्ष 1943 में अंतिम सरकारी कालेज खुला था लेकिन आबादी बढऩे के साथ सरकारों को शायद नए सरकारी कालेज की जरूरतें महसूस नहीं हुई। 

प्रति वर्ष लुधियाना के दोनों सरकारी कालेजों में दाखिलों के लिए स्टूडैंट्स की स्थिति एक अनार सौ बीमार जैसी होती है लेकिन न तो जरूरत के हिसाब से इन दोनों कालेजों में इमारतों का विस्तार हुआ और न ही विभिन्न कोर्सेज की सीटों का। सरकारों की इसी नजरअंदाजगी की वजह से जो स्टूडैंट्स उक्त कालेजों में दाखिला लेने से वंचित रह जाते हैं या तो वे निजी कालेजों की मोटी फीसें भरकर पढ़ाई करते हैं या फिर आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं। लेकिन हलका पूर्वी के विधायक संजय तलवाड़ ने अपने क्षेत्र के साथ लुधियानवी स्टूडैंट्स के लिए पहलकदमी करते हुए आजादी के 75 वर्ष बाद अपने हलके में नए सरकारी कालेज की शुरूआत करते हुए उच्च शिक्षा की नई किरण दिखाई है। 

इस सरकारी कालेज में कक्षाएं सोमवार से शुरू करवाकर तलवाड़ ने विद्यार्थियों को स्वतंत्रता दिवस का तोहफा दिया है। पहले चरण में सैक्टर 39 के कम्यूनिटी सैंटर में कालेज की कक्षाएं शुरू करवाई गई। इस अवसर तलवाड़ के पिता हरबंस लाल तलवाड़, एस.सी.डी. सरकारी कालेज के प्रिंसीपल धर्म सिंह, पार्षद कुलदीप जंडा, पार्षद विनीत भाटिया, पार्षद उमेश शर्मा समेत कई वार्डों के पार्षद उपस्थित हुए। स्टूडैंट्स को पढ़ाने के लिए अध्यापकों का प्रबंध भी कर दिया गया है।  

5 एकड़ जमीन पर 12.5 करोड़ में तैयार होगी बिल्डिंग 
विधायक तलवाड़ ने कहा कि इस कालेज के लिए ग्लाडा द्वारा पहले ही 5 एकड़ जमीन वर्धमान मिल के सामने अलाट कर दी गई है। कालेज की इमारत का निर्माण कार्य अगले महीने से शुरू हो जाएगा, जिस पर 12.5 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह, सांसद रवनीत बिट्टू का विशेष तौर पर धन्यवाद किया। चुनाव के समय लोगों से किया वायदा पूरा किया है। इससे पहले कालेज के आज पहले दिन तलवाड़ और पारिवारिक सदस्यों ने कालेज में दाखिल हुए 80 नए विद्यार्थियों से मुलाकात की। इन विद्यार्थियों ने बी.ए. भाग पहला में दाखिला लिया है। इस क्लासों की शुरूआत अस्थायी तौर पर सैक्टर 39 में स्थित कम्युनिटी सैंटर में कर दी गई है। 
 

मंजूर हुए 5, पर एक सरकारी कालेज में ही शुरू हुई कक्षाएं
सरकार ने राज्य के विभिन्न जिलों में 5 सरकारी कालेज खोलने को मंजूरी दी थी लेकिन सभी मंजूर कालेजों में से सिर्फ विधानसभा क्षेत्र पूर्वी के ही इस कालेज में कक्षाएं शुरू हुई हैं। तलवाड़ ने कहा कि सरकार ने मंजूरी के बाद फंड भी पास कर दिए हैं। अब इस कालेज के निर्माण में जितना समय लगना है तो उस दौरान स्टूडैंट्स को पढ़ाई की सुविधा कम्यूनिटी कालेज में अस्थायी तौर पर कालेज शुरू करके दी गई। आने वाले 6 महीनों में कालेज का निर्माण पूरा होते ही कक्षाएं यहां शिफ्ट कर दी जाएंगी। 

1920 एवं 1943 में बने दोनों सरकारी कालेज
बता दें कि शहर में पहला सरकारी कालेज (लड़के) 1920 में बना था, जबकि 1943 में दूसरा सरकारी कालेज (लड़कियां) शुरू हुआ था। पूरे 75 वर्ष के उपरांत शहर में नया कालेज खुला है जो कि शहर वासियों के लिए अ‘छी खबर है। इस कालेज के बी.ए. भाग पहला के पहले बैंच में 80 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। जबकि अगले वर्ष से बी. काम और बी.बी.ए. की पढ़ाई भी शुरू की जाएगी। समारोह के बाद विधायक तलवाड़ ने यहां दाखिला लेने वाले स्टूडैंट्स के साथ बातचीत की और उन्हें कालेज में सरकार की ओर से उपलब्ध करवाई जाने वाली सुविधाओं के बारे में बताया। 

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