सिख जत्थेबंदियों की शिकायत, मंत्री आशु के खिलाफ केस दर्ज न किया तो श्री अकाल तख्त पर ले जाएंगे मामला

punjabkesari.in Monday, Oct 14, 2019 - 11:10 AM (IST)

लुधियाना(शारदा): मुल्लांपुर दाखा में कांग्रेस के उम्मीदवार कैप्टन संदीप संधू के दफ्तर के बाहर सिख नौजवान संग हुई मारपीट और उसकी दस्तार उतरने की घटना ने उस समय नया मोड़ ले लिया जब विभिन्न सिख जत्थेबंदियों ने एस.डी.एम. और आर.ओ. अमरेंद्र सिंह मल्ली को मांगपत्र देकर कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। 

रविवार को एस.डी.एम. मल्ली को मांगपत्र देने पहुंचे निरपख इंटरनैशनल सेवा सोसायटी, सत्कार कमेटी और ह्यूमन राइट्स कमीशन के सदस्यों की अगुवाई कर रहे दविंदर सिंह ने मांगपत्र देते हुए कहा कि कांग्रेस दफ्तर के बाहर मारपीट का शिकार हुए सिख नौजवान गुरसेवक सिंह को न सिर्फ मंत्री आशु ने सरेआम पीटा बल्कि उसकी दस्तार भी उतार दी। शर्म की बात यह है की पीड़ित नौजवान की शिकायत पर मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज करने की जगह दाखा पुलिस ने उल्टा उसे ही हिरासत में ले लिया और सियासी दबाव में उस पर ही मामला दर्ज कर दिया। सिख जत्थेबंदियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पुलिस ने मंत्री आशु के खिलाफ सिखों की भावनाएं आहत करने के आरोप में मामला दर्ज न किया तो यह मामला श्री अकाल तख्त पर ले जाया जाएगा और समूचा सिख समाज सड़कों पर उतर इंसाफ की लड़ाई लड़ेगा। 

राजनीतिक साजिश के तहत घसीटा जा रहा मेरा नाम : आशु 
मंत्री भारत भूषण आशु ने इस घटना में उनका नाम घसीटने को गहरी साजिश करार देते हुए कहा कि चुनाव दफ्तर में 2 कांग्रेसी गुटों में किसी बात को लेकर तकरार दौरान उक्त घटना घटी थी। इसमें उनका नाम साजिश के तहत घसीटा है, जबकि उनका पूरे प्रकरण में कोई रोल नहीं था। उन्होंने कहा कि युवक द्वारा लगाए जा रहे आरोप झूठे व राजनीति से प्रेरित हैं। उसे अकाली दल द्वारा कांग्रेस में भेजने की कोशिश की जा रही थी जो कामयाब नहीं हो पाई और उस युवक का समर्थन करने वाले लोगों को पहले उसके खिलाफ  दर्ज केसों की डिटेल चैक करनी चाहिए।

 

 

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