आयकर विभाग की रियल एस्टेट कारोबारियों पर दबिश

punjabkesari.in Thursday, Nov 29, 2018 - 09:05 AM (IST)

लुधियाना(सेठी): काले धन को प्रापर्टी में एडजस्ट करने वालों के खिलाफ आयकर  विभाग ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है, जिसके तहत इन्वैस्टीगेशन विंग की विभिन्न टीमों ने बुधवार को लुधियाना के साथ-साथ दिल्ली व मोहाली में स्थित रीयल एस्टेट कारोबारियों के लगभग 36 परिसरों पर सर्च व सर्वे किया है।सूत्रों के मुताबिक इंकम टैक्स विभाग की इस कार्रवाई की शुरूआत लुधियाना के मशहूर वाइन कांट्रैक्टर व रीयल एस्टेट डीलर केवल कृष्ण छाबड़ा के स्थानीय डंडी स्वामी  स्थित निवास से हुई।

फिर उनके पार्टनर विनोद कुमार दीवान के  कालेज रोड, राजेंद्र सिंह (गुजराल) उर्फ पिंकी के बी.आर.एस. नगर, जगजीत मोटर्स, गुडविल एल्कट्रो, वी.आर. डिवैल्पर ए.सी मार्कीट, रॉयल बिल्डर के मॉल रोड, एक समाचारपत्र के पत्रकार के मॉडल ग्राम व साजन मॉडल के कूचा नंबर-12 फील्ड गंज स्थित परिसरों पर विभाग ने दबिश दी, जिसमें इन लोगों के घर व दफ्तर शामिल है। इन परिसरों को पूरी तरह सील करके वहां पड़े दस्तावेज व कम्प्यूटर आदि कब्जे में ले लिए गए हैं। वहां किसी को भी अंदर-बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही। बताया जाता है कि विभाग ने उक्त परिसरों के बैंक एकाऊंट्स सील कर दिए हैं और रीयल एस्टेट से संबंधित सेल-परचेज को अच्छी तरह खंगाला जा रहा है। 

आर्कीटैक्ट व बिल्डर भी आए जांच के घेरे में
इंकम टैक्स विभाग ने अपनी जांच में सोसायटी सिनेमा की जगह पर बन रही मार्कीट के आर्कीटैक्ट व बिल्डर तक को जांच के घेरे में ले लिया है। इनके सभी परिसरों में दस्तावेजों की जांच की जा रही है।

एक-दूसरे से जुड़ते चले गए लिंक
इंकम टैक्स विभाग की कार्रवाई का दायरा इतना बड़ा है कि हर कोई हैरानी प्रकट कर रहा है, जिसे लेकर सूत्रों का कहना है कि जहां से जांच शुरू की गई, उसके बाद एक-दूसरे के साथ लिंक जुडऩे पर दबिश दी जा रही है।

लंबी चल सकती है कार्रवाई
इंकम टैक्स विभाग द्वारा बुधवार सुबह 5 बजे कार्रवाई की शुरूआत की गई, जो देर रात तक जारी रही। इसे लेकर यह कहा जा रहा है कि इतने ज्यादा यूनिटों पर एक साथ की गई दबिश की कार्रवाई लंबी चल सकती है।

शिकायत के आधार पर हुई है कार्रवाई
बताया जाता है कि यह सारी कार्रवाई एक शिकायत के आधार पर हुई है, जिसे लेकर इंकम टैक्स विभाग द्वारा पहले लंबे समय तक रेकी की गई, जिसका नतीजा है कि एक साथ इतने बड़े पैमाने पर रीयल एस्टेट कारोबारियों पर दबिश दी गई है।

लिंक रखने वाले हुए अंडरग्राऊंड
इंकम टैक्स विभाग की इस कार्रवाई की खबर शहर में जंगल की आग की तरह फैल गई, लेकिन जब उसमें एक-दूसरे से ङ्क्षलक रखने वालों को निशाना बनाया गया तो काफी लोग तो अंडरग्राऊंड हो गए और उन्होंने अपने घरों व ऑफिस में पड़े दस्तावेजों को ठिकाने लगाना शुरू कर दिया।

विभाग के हाथ लगा 15 लाख कैश व गोल्ड 
राजेन्द्र सिंह तारा जो केवल कृष्ण छाबड़ा का पार्टनर बताया जाता है, के घर में इंकम टैक्स विभाग की दबिश के दौरान 15 लाख का कैश व गोल्ड बरामद हुआ है। तारा के मुताबिक उसकी बेटी की अगले महीने शादी है, जिसके कारण कैश व गोल्ड घर पर रखा हुआ है।

सोसायटी सिनेमा की जगह पर तैयार हो रही मार्कीट से जुड़ा है मामला 
इस दबिश को सोसायटी सिनेमा की जगह पर बन रही नई ए.सी. मार्कीट से जोड़कर देखा जा रहा है। बताया जाता है कि सोसायटी सिनेमा के मालिक भूपिंद्र सिंह मल्होत्रा ने यह सिनेमा छाबड़ा ग्रुप को बेचा था। अब भूपिंद्र सिंह का परिवार दिल्ली में रहता है, इस समय उनके दिल्ली स्थित घर व ऑफिस पर भी इंकम टैक्स की एक टीम सर्वे कर रही है।

नोटबंदी के दौरान कैश जमा करवाने से जोड़ा जा सकता है मामला
सूत्रों की मानें तो छाबड़ा गु्रप व दीवान ग्रुप ने नोटबंदी के दौरान करीब 18 करोड़ रुपए अपने बैंक खातों में जमा करवाए थे। विभाग सभी उक्त परिसरों की बैंक डिटेल को नोटबंदी के दिनों में कैश जमा करवाने से जोड़ सकता है। यदि किसी रीयल एस्टेट वाले ने नोटबंदी दौरान अपने बैंक खातों में अघोषित आय जमा करवाई है तो उसकी खैर नहीं। विभाग उससे पाई-पाई का हिसाब मांग सकता है।  

विभिन्न राज्यों के 250 अधिकारी शामिल
उक्त कार्रवाई इनकम टैक्स विभाग के प्रिंसीपल डायरैक्टर अवधेश कुमार मिश्रा के निर्देशों पर एडीशनल डायरैक्टर रितेश परमार व एम.एस. कपूर की अगुवाई में की गई। इस कार्रवाई में इंकम टैक्स विभाग के विभिन्न राज्यों के बुलाए गए 250 अधिकारी शामिल बताए जा रहे हैं।

प्रॉपर्टी की अंडर वैल्यूएशन से जुड़ा बताया जा रहा है मामला, जारी होंगे नोटिस 

इंकम टैक्स विभाग की कार्रवाई का यह मामला प्रॉपर्टी की अंडर वैल्यूएशन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है, जिसमें करोड़ों की अघोषित आय सामने आ सकती है। उदाहरण के तौर पर यदि प्रॉपर्टी की मार्कीट वैल्यू 100 करोड़ है तो उसकी रजिस्टरी 20 करोड़ की करवाई जाती है। इसे अंडर वैल्यूएशन कहते हैं, जिसे अंजाम देने वाले प्रॉपर्टी डीलर्स को इंकम टैक्स विभाग द्वारा नोटिस जारी करके अगली कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों की मानें तो विभाग द्वारा प्रॉपर्टी की अंडर वैल्यूएशन करवाने में मदद करने वाले  कई अफसरों व पत्रकारों की भूमिका की भी जांच की जा रही है व आने वाले समय में विभाग द्वारा कई काली भेड़ों के नाम जगजाहिर किए जा सकते हैं।

बेनामी प्रॉपर्टियों से भी जुड़ा हो सकता है मामला

इंकम टैक्स की कार्रवाई का यह मामला बेनामी प्रॉपर्टियों से भी जुड़ा हो सकता है, जिसके तहत विभाग को शक है कि रीयल एस्टेट कारोबारियों द्वारा पिछले समय के दौरान बड़े पैमाने पर बेनामी प्रॉपर्टियों की खरीद की गई है, जिसकी धरपकड़ के लिए रीयल एस्टेट कारोबारियों के साथ काम करने वाले अष्टाम फरोश व अर्जीनवीस तक को भी जांच के घेरे में लिया गया।

सोसायटी सिनेमा की जगह मार्कीट का निर्माण ले डूबा शहर की कई नामी हस्तियों को
सूत्रों के अनुसार सोसायटी सिनेमा की जगह पर जो ए.सी. मार्कीट का निर्माण किया जा रहा है, उसमें कई पत्रकारों, अफसरों की मिलीभगत व हिस्सेदारी शामिल है। इस निर्माण से संबंधित जानकारी विभाग को मिल रही थी। आने वाले समय में विभाग ऐसे सभी लोगों पर नजर बनाए हुए है।

छापेमारी दौरान ही छाबड़ा व आहूजा की सेहत बिगड़ी, अस्पताल में दाखिल

सूत्रों के अनुसार दबिश के दौरान वाइन कांट्रैक्टर व रियल स्टेट डीलर केवल कृष्ण छाबड़ा व पत्रकार एवं एडवोकेट परमिंद्र सिंह आहूजा की अचानक सेहत खराब होने के कारण उन्हें पुरन्त हॉस्पीटलज कर दिया गया। सूत्रों की मानें तो छाबड़ा को चैस्ट पैन होने के कारण लगभग 1 बजे डी.एम.सी. हीरो हार्ट भर्ती किया गया, जबकि परमिंद्र आहूजा को सांस की दिक्कत होने की वजह से स्थानीय अस्पातल में दाखिल करवाया गया, जिस कारण विभाग उनसे पूछताछ नहीं कर पाए। 

swetha