पंजाब की जेलों में कैदियों को व्यस्त रखने के लिए उद्योगपतियों से सहयोग की अपेक्षा : जेल मंत्री

punjabkesari.in Sunday, Aug 19, 2018 - 02:11 PM (IST)

लुधियाना (स्याल): पंजाब की जेलों में बंदियों को नशों की आदत डालने के लिए अकाली ही जिम्मेदार हैं। उक्त बात राज्य के जेल मंत्री सुखजिन्द्र सिंह रंधावा ने दाना मंडी स्थित एक पैलेस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। 4 माह पूर्व जेल मंत्री पद की जिम्मेदारी सम्भालने के उपरांत उन्होंने पंजाब की जेलों के सुपरिंटैंडैंटों को सख्त निर्देश जारी किए थे कि जेल में किसी भी बंदी से मोबाइल फोन  पकड़ा गया तो उसकी जिम्मेदारी जेल सुपरिंटैंडैंट की ही होगी। 


इस निर्देश के जारी होने पर जेल में बंदियों से मोबाइल फोन मिलने की घटनाओं में कमी आई है लेकिन अब भी जेलों में मोबाइल फोन बरामद हो रहे हैं।उन्होंने कहा कि राज्य की जेलों में कैदियों को व्यस्त रखने के लिए कई परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं। ऐसे में राज्य के उद्योगपतियों से सहयोग की अपेक्षा है। उद्योगपति व व्यापारी कैदियों से जेलों में भी जॉब वर्क पर कार्य करा सकते हैं। अब केंद्रीय सरकार व दूर संचार विभाग द्वारा नोटीफिकेशन जारी होने पर जेलों में जैमर लगाने में आसानी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि 500 नए वार्डनों की भर्ती भी की जा रही है। 

 

स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में बङ्क्षठडा की जेल में राज्य की कई जेलों से बुलाए गए 21 कैदियों को रिहा करवाया गया है और अब गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर कैदियों को माफी मिलने की सम्भावना है। जेलों में ऐसे उपकरण लगाए जा रहे हैं, जो जमीन में कैदियों द्वारा छुपाए मोबाइल फोन खंगाल सकते हैं। अकालियों ने जेलों को कत्लेगाह व नशे के अड्डे बना दिया था, जिससे कैदी कल्चर समाप्त हो रहा था। मगर पंजाब सरकार जेलों में कल्चर बहाल करने के लिए प्रयासरत रहेगी। 

 

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