पुलिस की मुस्तैदी के चलते अपहरणकर्ता बच्चे को छोड़कर फरार

punjabkesari.in Tuesday, Jul 16, 2019 - 07:51 PM (IST)

खन्ना (सुनील): पुलिस जिला खन्ना के एसएसपी गुरशरणजीत सिंह ग्रेवाल की बढिय़ा कार्यशैली एक बार फिर देखने को उस समयमिली जब गश्त के दौरान पुलिस को राजपुरा से अपहरण किया गया एक बच्चा सकुशल मिल गया। जिसके चलते पुलिस ने पहले खन्ना तथा आसपास के इलाकों में बच्चे के अभिभावकों को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन जब उन्हें किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिली तो बच्चे की फोटो समेत पूरी सूचना सोशल मीडिया पर डाली गई। जिसके चलते पुलिस को इस बात की जानकारी मिली कि बच्चे को राजपुरा से अपहरण किया गया था। 

इस संबंध में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिटी थाना 1 के एसएचओ थानेदार दविंदर सिंह ने बताया कि पुलिस पार्टी जब गश्त के दौरान रेलवे स्टेशन के पास मौजूद थी तो तभी एक अपहरणकर्ता पुलिस की मुस्तैदी देखकर राजपुरा से अपहरण किए गए आठ वर्षीय राजा पुत्र रसूल को छोडक़र भाग गया। इसी दौरान जब बच्चा जोर जोर से चिल्लाने लगा तो पुलिस पार्टी ने जब उसे जाकर बातचीत करनी चाही तो डर के मारे बच्चा कुछ नहीं बता सका। बच्चे को पुलिस स्टेशन लाया गया जहां खाने पीने के उपरांत जब कुछ समय बाद उससे पूछा गया तो उसने बताया कि वह राजपुरा में रहता है और उसके पिता का नाम रसूल तथा माता का नाम सुमित्रा देवी है। 

उसने बताया कि उसे कोई व्यक्ति मुंह पर कपड़ा बांधकर जबरन घर से बाहर से उठा लाया था। जैसे ही खन्ना रेलवे स्टेशन पर पुलिस की गश्त देखी तो अपहरणकर्ता उसे वहीं छोड़ फरार हो गया। बच्चे से बार बार मां बाप का फोन पूछने पर जब वह नहीं बता सका तो पुलिस ने सोशल मीडिया पर सहारा लेकर बच्चे के मां बाप को ढूंढ लिया और राजपुरा पुलिस बच्चे के घर पहुंची जहां पर अभिभावकों का रो-रोकर बुरा हाल था। मां बाप के अनुसार वे दोनों राजपुरा की अनाज मंडी में रोजाना की तरह काम करने गए थे तो इसी बीच किसी अपहरणकर्ता ने उसका अपहरण कर लिया। पुलिस ने बच्चे को मां बाप केहवाले कर दिया। 

शहर की कई एनजीओज करेंगी पुलिस अधिकारियों को सम्मानित
पुलिस की इस बढिय़ा कार्यशैली से प्रभावित होते हुए खन्ना वैलफेयर क्लब के साथ साथ कई अन्य एनजीओज खन्ना के एसएसपी गुरशरणजीत सिंह ग्रेवाल एवं एसएचओ दविंदर सिंह के साथ साथ उनकी पूरी टीम को सम्मानित करेगी। उनका मानना है कि अगर समय रहते पुलिस द्वारा कार्रवाई न की जाती तो वह न जाने अपहरणकर्ता बच्चे को कहां ले जाता और उसके साथ क्या सलूक करता। बता दें कि कुछ समय पहले भी एसएसपी ग्रेवाल की बढिय़ा कार्यशैली के चलते स्थानीय रेलवे रोड पर जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे एक मरीज को सिविल अस्पताल में भर्ती कराकर उसका पुलिस ने उपचार भी कराया था। 

Mohit