शादी के 12 वर्ष बाद भी बच्चा न होने पर दम्पति ने पौने 2 माह का बच्च किया किडनैप

punjabkesari.in Saturday, Dec 15, 2018 - 12:45 PM (IST)

लुधियाना (ऋषि): दुर्गा कालोनी ढंडारी में वेहड़े में खेल रहे पौने 2 महीने के बच्चे को किडनैप कर ले जाने के मामले को पुलिस कमिश्नर की तरफ से बनाई गई टीम ने 14 दिनों बाद हल कर लिया है। किडनैपिंग का खेल शादी के 12 वर्ष गुजर जाने पर भी बच्चा न होने से दुखी होकर दम्पति ने खेला था। पुलिस ने दम्पति को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से बच्चा बरामद कर सकुशल मां-बाप के हवाले कर दिया। 

उक्त जानकारी डी.सी.पी. क्राइम गगन अजीत सिंह ने शुक्रवार को पत्रकार सम्मेलन दौरान दी। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान उपिंद्र यादव (35) और उसकी पत्नी मंजू देवी (32) निवासी हैदर कालोनी, लाडोवाल के रूप में हुई है। उपिंद्र यादव राज मिस्त्री का काम करता है और 22 वर्षों से शहर में रह रहा है, लेकिन खुद के कोई औलाद न होने के कारण काफी परेशान चल रहा था, जिसके चलते उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर छोटे बच्चे को डिनैप करने का प्लान बनाया था। सोची समझी साजिश के चलते 29 नवम्बर को पूनम देवी के बच्चे संदीप को घर के बाहर वेहड़े से खेलते समय किडनैप कर लिया। 

किराए पर कमरा लेने के बहाने बनाई जान-पहचान
ए.सी.पी. क्राइम सुरिंद्र मोहन के अनुसार जांच दौरान सामने आया कि दम्पति पहले उक्त बच्चे के वेहड़े में किराये पर कमरा लेने के बहाने गया और उसके मां-बाप से जान पहचान बनाई, इतना ही नहीं 500 रुपए किराए के पहले ही जमा करवा दिए, ताकि किसी को उन पर शक न हो और 1 दिन बाद ही वह बच्चे की मां पूनम देवी के साथ उसे डाक्टर के पास लेकर गई और बच्चे को गौद में उठा लिया, वापस घर आते समय रास्ते में मैडीकल शॉप से दवाई ली और मां की आंखों के सामने से ही बच्चे संग गायब हो गई। 

लोगों को गुमराह करने के लिए बनी गर्भवती
थाना फोकल प्वाइंट के प्रभारी इंस्पैक्टर अमनदीप सिंह बराड़ के अनुसार लोगों को गुमराह करने के लिए महिला ने अपने घर में ही गर्भवती होने का पति के संग ड्रामा रचा और खुद के पेट पर तकिया बांधकर मोटा कर लिया, जिसके बाद बिहार जाने के बहाने हैदार कालोनी से चले गए और बच्चा किडनैप कर शिमलापुरी इलाके में किराये का कमरा ले लिया, ताकि अगर चंद दिनों बाद अपने घर में वापस जाए तो किसी को उन पर शक न हो। 


कैमरों की फुटेज व मोबाइल पर की थी बात 
इंस्पैक्टर हरपाल सिंह के अनुसार स्पैशल टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की तो इलाके में लगे कैमरों में किडनैप कर ले जाने वाली महिला की फुटेज हाथ लग गई और महिला की तरफ से उसी समय 3 विभिन्न मोबाइल नंबरों पर बात की थी, जिसके बाद पुलिस ने जांच में एक से एक आगे कड़ी जुड़ती गई और मामला हल कर लिया। 

किराए पर कमरा लेने के बहाने बनाई जान-पहचान
ए.सी.पी. क्राइम सुरिंद्र मोहन के अनुसार जांच दौरान सामने आया कि दम्पति पहले उक्त बच्चे के वेहड़े में किराये पर कमरा लेने के बहाने गया और उसके मां-बाप से जान पहचान बनाई, इतना ही नहीं 500 रुपए किराए के पहले ही जमा करवा दिए, ताकि किसी को उन पर शक न हो और 1 दिन बाद ही वह बच्चे की मां पूनम देवी के साथ उसे डाक्टर के पास लेकर गई और बच्चे को गौद में उठा लिया, वापस घर आते समय रास्ते में मैडीकल शॉप से दवाई ली और मां की आंखों के सामने से ही बच्चे संग गायब हो गई। 

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