कभी मर्सिडीज कारों के शहर के नाम से मशहूर लुधियाना अब बना मौतों का शहर

punjabkesari.in Friday, Feb 28, 2020 - 10:17 AM (IST)

लुधियाना(सुरिन्द्र): कभी मर्सिडीज कारों के शहर के नाम से मशहूर लुधियाना अब मौतों का शहर बनता जा रहा है। इंटरनैशनल रोड सेफ्टी एक्सपर्ट डा. कमलजीत सोई ने पत्रकार वार्ता के दौरान शहर में सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार व प्रशासन की नीयत पर सवाल उठाए है।

उन्होंने कहा कि शहर में पिछले 10 वर्षों में 3500 के करीब लोग सड़क हादसों के दौरान अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि पिछले तीन वर्षों का यह आंकड़ा 1100 है व 500 के करीब लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इसी वर्ष जनवरी माह में ही 40 के करीब लोगों की सड़क हादसों में मृत्यु रिकॉर्ड की गई है। शहर में हादसों की घातक दर 68 फीसदी है जो पूरे देश में लुधियाना को सबसे खतरनाक सड़कों वाले शहरों से एक बनाती है लेकिन सरकार या प्रशासन इसे रोकने के लिए गंभीर नहीं है। शहर के चौकों में से जैब्रा लाइन गायब हो चुकी है। हर तरफ ट्रैफिक जाम के हालात सड़कों में गड्ढों का आलम है।

समराला चौक से फिरोजपुर रोड तक बनाई जा रही ऐलिवेटिड रोड का डिजाइन गलत है। जगह-जगह कंस्ट्रक्शन मैटीरियल फैला हुआ है जो सड़कों पर चलने वाले लोगों के लिए खतरनाक है। पुराने वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्टे्रशन प्लेटें लगाने का कार्य कछुआ गति से चल रहा है। ओवरस्पीड वाहनों पर नकेल कसने के लिए पूरी संख्या में स्पीड राडार उप्लबध नहीं है। ड्राइवरों को हैवी कर्मिश्यल लाइसैंस जारी करने में गोलमाल किया जा रहा है। वार्ता में पहुंचे सी.ए. रविकांत गुप्ता ने कहा कि अधिकतर हादसों में मरने वाले लोग वो होते है जो अपने परिवार के लिए कमाने का एकमात्र साधन होते है। ऐसे में पिछले दस वर्षों में हजारों लोग गैर-सरकारी संस्थायों के दम पर अपनी रोजी-रोटी व मैडीकल का खर्च चला रहे है। 

मार्च में करेंगे 2 ब्लैक स्पॉट्स को ठीक
डा. सोई ने बताया कि उनकी संस्था को कई शैक्षिणक संस्थाओं व अन्य एन.जी.ओ. का सहयोग मिल रहा है। उनका लक्ष्य मार्च महीने में कम से कम 2 ब्लैक स्पॉट्स को ठीक करवाने का है ताकि सड़कों पर लोगों की जान बचाई जा सके। मिशन सेफ लुधियाना 2020 के तहत उनकी संस्था का मकसद इस वर्ष में सड़क हादसों में मरने वाले लोगों की दर को 25 फीसदी कम करना है जिसके लिए ब्लैक स्पॉट्स को दरूस्त करने के साथ ही सरकारी विभागों के साथ तालमेल की नीति अपनाई जाएगी। ’’

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