जेल के सैल ब्लाक के साथ अन्य बैरकों में चला 3 घंटे खुदाई अभियान

punjabkesari.in Sunday, Dec 02, 2018 - 06:30 PM (IST)

लुधियाना (स्याल): जेल की विभिन्न बैरकों में कैदियों व हवालातियों के पास मोबाइल पहुंच कर इस्तेमाल होना क्योंकि जेल में मुलाकात करने आने वाले परिजनों के मोबाइल मुख्य चैकिंग प्वाईंट पर जमा करवाने फिर सामान की गहनता के तलाशी करने। इसके साथ जेल डियूडी में कैदी हो या हवालाती की एैंटरी होने पर तैनात गार्द कर्मचारियों द्वारा पहने जूतों से लेकर सिर तक तलाशी लेने के बाद भी बैरकों तक मोबाइल पहुंच जाना अति गंभीर चिंता का विषय है। इसी के चलते जेल प्रशासन ने आज कई बैरकों की सर्च करवाने के साथ खुदाई अभियान भी चलाया। लेकिन सर्च अभियान के दौरान जेल में बंदियों द्वारा चोरी छूपे इस्तेमाल करने वाले मोबाईल कहा लापता हो जाते हैं। 

जेल में तीन घंटे चला खुदाई अभियान  
जेल के सैल ब्लाक के साथ लगने वाली कई बैरकों के बाहरी रास्ते पर गार्द कर्मचारियों, निगरान कैदियों से जेल के सुपरीडैंट, डिप्टी सुपरीडैंट, पांच सहायक सुपरीडैंट की देख रेख में 25 के लगभग जेल गार्द, पैसको व होम गार्ड के कर्मचारियों ने चप्पे चप्पे की सर्च करने के साथ कई स्थानों पर खुदाई भी की। लगातार तीन घंटे खुदाई के बाद हाथ लगा एक लावारिस मोबाइल। आखिर उक्त मोबाइल किसने छुपाया इसकी जांच कर रहा है जेल प्रशासन। 

खुदाई अभियान को नशे का नैटवर्क चलाने वालों के साथ भी जोड़ा जा सकता है
गत दिवस पुलिस द्वारा पकड़े गए कुछ आरोपियों से यह खुलासा हुआ है कि जेल के अन्दर बैठे कुछ कुख्यात किस्म के बंदियों से उनकी सलिप्त्ता बताई जा रही हैं और वह जेल के अन्दर मोबाइलों के माध्यम से नशे का नैटवर्क चला रहे हैं।  इस खुदाई अभियान को इस कड़ी की ओर भी जोड़ा जा सकता है क्योंकि ऐसे लोग जेल में बैठ कर मोबाइलों का इस्तेमाल कर छुपाने के कई ढंग अपना लेते हैं तांकि समय समय पर टीम के सर्च करने पर कुछ हाथ ना लगे। 

जेल में सैंकड़ो पुलिस कर्मचारियों की टीम दो बार कर चुकी है तलाशी अभियान
सैंट्रल जेल में दो वर्ष के भीतर दो बार सैंकडो पुलिस कर्मचारियों द्वारा अधिकारियों के नेतृत्व में सर्च अभियान हो चुका है।  उक्त तलाशी अभियानों के कोई अधिक अपतिजनक सामान नहीं मिला था । सुत्र बताते हैं कि जेल में सर्च होने से पहले सूचना लीक हो चुकी थी। 

गतिविधियां सुरक्षा की दृष्टि से कमजोर साबित हो रही हैं
जेल में कैदियों व हवालातियों की बैरकों तक मोबाइल किस परस्थितियों में पहुंच रहा है और कौन इनकी मिली भगत में शामिल है। आजतक कोई खुलासा ना होने पर जेल के अन्दर मोबाईलों का लगातार पहुंचना जारी है। अगर इस तरह मोबाइल की गतिविधियों को रोकने पर काबु ना पाया गया तो इसके परिणाम सुरक्षा की दृष्टि से कमजोर साबित हो सकते हैं। 

बैरकों व जेल डियूडी में तलाशी के लिए पंजाब पुलिस व आई. आर. बी. कर्मचारी तैनात करने की मांग की 
इस सबंध में जेल के सुपरीडैंट शमशेर सिंह बोपाराए ने बताया कि जेल के अन्दर विभिन्न बैरकों में बंदियों तक पहुंचने वाले मोबाइल की गतिविधियां रोकने के साथ जेल डियूडी में बाहर से दाखिल होने वाले कैदी हवालातियों के तलाशी के लिए पंजाब पुलिस व आई. आर. बी. तैनात करने हेतु पुलिस अधिकारियों से कहा गया है । इसके साथ प्रत्येक बैरक की जिम्मेवारी सहायक सुपरीडैंट पर निश्चित की जाएगी। अगर डियूटी करने वाले अधिकारी की बैरक में किसी बंदी से मोबाइल पकड़ा गया तो उसपर भी करवाई की जाएगी। उन्होने कहा खुदाई के दौरान बरामद किए गए लावारिस मोबाइल को जांच के लिए भेजा जाएगा और मामला पुलिस को भी दे दिया गया है।

Mohit