कैल्शियम कारबाइड से फल पकाने वालों को हो सकती है जेल

punjabkesari.in Wednesday, Jun 13, 2018 - 04:36 PM (IST)

लुधियाना (सहगल): कैल्शियम कारबाइड से फल पकाने वालों को सजा के तौर पर जेल हो सकती है। जानकारी देते हुए जिला सेहत अधिकारी डा. आदेश कंग ने बताया कि कैल्शियम कारबाइड नामक रसायन में कैंसर कारक तत्व होते हैं जो फलों को जहरीला कर देते हैं। फलों को जल्दी पकाकर अधिक मुनाफा कमाने वाले इस रसायन से फल पकाकर इन्हें बाजार में बेच देते हैं, परंतु ऐसे फल खाना सेहत के लिए काफी नुक्सानदायक सिद्ध हो सकता है। डा. कंग आज नई सब्जी मंडी में छापामारी करने के उपरांत उक्त जानकारी दे रही थीं।

फलों का स्वाद बिगड़ा
लोगों का कहना है कि फलों को अवैध व कृत्रिम तरीकों से पकाने पर इनके स्वाद में काफी फर्क आ गया है। केले, पपीते, अंगूर, आम के अलावा फलों को चमकीला दिखाने के लिए फारमालीन का इस्तेमाल किया जाता है। फारमालीन एक घातक जहर है जिसका सेहत पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। 

4 सैंपल जांच को भेजे, फल करवाए नष्ट
जिला सेहत विभाग की टीम ने आज नई सब्जी मंडी में छापामारी कर 2 पपीते व 2 आम के सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए भेजा। डा. आदेश कंग ने बताया कि जब वह सुबह सब्जी मंडी में पहुंची तो देखा कि फलों की टोकरियों में मसाले रख कर उन्हें पकाया जा रहा है। मौके पर उन्होंने मसाले से पकाए जा रहे 50 किलो आम व डेढ़ किलो पपीते को नष्ट करवाया। छापामारी करने वाली टीम में डा. आदेश कंग के अलावा फूड सेफ्टी अफसर योगेश गोयल व रोबिन कुमार शामिल थे।


98 प्रतिशत फल हो गए जहरीले
फलों को शीघ्र पकाने का गोरखधंधा काफी पुराना है। प्रशासन और सेहत विभाग की ढीली कार्रवाइयों के चलते मुनाफाखोरों के हौसले काफी बुलंद हैं। कहा जाता है कि बाजार में उपलब्ध 98 प्रतिशत फल रसायन व अन्य कृत्रिम तरीके से पकाए जाते हैं जिससे वे जहरीले हो जाते हैं। इसके अलावा कई अन्य अवैध तरीकों से भी फलों को पकाया जा रहा है।

मरीजों व गर्भवती महिलाओं के लिए घातक
विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे जहरीले फल गर्भवती महिलाओं व मरीजों के लिए घातक हैं। इससे समय से पहले डिलीवरी और मरीजों के मौत के मुंह में जाने की सम्भावनाएं बढ़ जाती हैं। 

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