नगर निगम चुनाव: अढ़ाई महीने बाद भी पूरा नही हुआ एक हफ्ते की डेडलाइन वाला Survey
punjabkesari.in Friday, Aug 19, 2022 - 03:59 PM (IST)
लुधियाना(हितेश): नए सिरे से वार्डबंदी के लिए डोर टु डोर सर्वे करने का काम एक हफ्ते की डेडलाइन के मुकाबले ढाई महीने बाद भी पूरा नही हो पाया है। यहां बताना उचित होगा कि आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, पटियाला व फगवाडा में नगर निगम चुनावों से पहले नए सिरे से वार्डबंदी करवाने का फैसला किया गया है।
इस संबंधी 1 जून को जारी सर्कुलर में लोकल बॉडीज विभाग के डायरेक्टर द्वारा डोर टु डोर सर्वे करने का काम एक हफ्ते की डेडलाइन फिक्स की गई थी। जिसे लेकर पिछले दिनों चंडीगढ़ में बुलाई गई रिव्यु मीटिंग के दौरान यह बात सामने आई कि अब तक किसी भी शहर में नए सिरे से वार्डबंदी का प्रोसेस मुकम्मल नही हो पाया है और लुधियाना में सिर्फ 67 फीसदी काम ही पूरा हुआ है। यह हालात उस समय हैं, जब खुद लोकल बाडीज मंत्री इंद्रबीर सिंह निज्जर हाल ही में खुद लुधियाना आकर विधायकों व अफसरों के साथ की गई मीटिंग के दौरान नए सिरे से वार्डबंदी करने का काम जल्द पूरा करने के निर्देश देकर गए थे।
यह अपनाया जा रहा है पैटर्न
नगर निगम द्वारा सर्वे के लिए पिछली जनगणना के साथ हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों की वोटर लिस्टों को आधार बनाया जा रहा है। जिसमें जनरल केटेगरी के अलावा एस सी व बी सी आबादी की डिटेल अलग-अलग तैयार की जाएगी। जिसे लेकर अफसरों का कहना है कि करीब 18 लाख की आबादी में से अब तक 12 लाख का डाटा क्लियर हुआ है।
विरोधी पार्टियों द्वारा जताया जा रहा है एतराज
सरकार द्वारा नए सिरे से वार्डबंदी करवाने के फैसले पर विरोधी पाॢटयों द्वारा एतराज जताया जा रहा है। जिनके मुताबिक 5 साल पहले ही वार्डबंदी होने की वजह से अब सिर्फ रोटेशन होनी चाहिए। कांग्रेस व अकाली-भाजपा के मुताबिक नए सिरे से वार्डबंदी सिर्फ उनके पार्षदों के प्रभाव वाले काटकर दूसरे वार्ड में डालने या रिजर्वेशन बदलने के लिए की जा रही है।