पुलिस हिरासत में युवक की मौत; थाना प्रभारी पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग

punjabkesari.in Wednesday, Aug 07, 2019 - 10:13 AM (IST)

लुधियाना(महेश): टिब्बा पुलिस थाने में हिरासत में लिए गए एक 32 वर्षीय युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के भाई ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसके भाई को पुलिस हिरासत के दौरान टार्चर किया गया। पुलिस की इस कार्रवाई के विरुद्ध देर शाम मोहल्ले वासी सिविल अस्पताल में इकट्ठे हो गए और उन्होंने थाना प्रभारी पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है। मृतक की पहचान स्वतंत्र नगर के हीरा विहार निवासी जसपाल सिंह के रूप में हुई है जिसका 2 साल का एक बच्चा भी है।

परिजनों को नहीं बताया हिरासत में लेने का कारण
मृतक के चचेरे भाई जगतार सिंह ने सिविल अस्पताल में मीडिया को बताया कि सुबह 7 बजे खुद थाना प्रभारी ने जसपाल के घर पर रेड की और उठाकर थाने ले गया। परिजनों को कुछ नहीं बताया गया कि उसे किस अपराध में उठाया गया है। मोहल्ले वालों व जसपाल के बड़े भाई कश्मीरा सिंह ने पुलिस की मिन्नतें कीं कि वह बीमार है। उसे सिविल अस्पताल में लगातार खून चढ़ता है, परंतु पुलिस ने उनकी एक न सुनी। 


 थाने में मिलने गए शिकायतकत्र्ता को धमकाकर भगाया
जब उसे इस बात का पता चला तो वह शाम को करीब 5 बजे जसपाल से मिलने के लिए थाने गया, तब वह कुर्सी पर बैठा हुआ था। जसपाल ने उसे बताया कि पुलिस ने उसे बुरी तरह से टार्चर किया है। जब वह जसपाल से बात कर रहा था तो देखकर पुलिस ने उसे धमकाकर थाने से भगा दिया। 


अस्पताल में 2 घंटे गुमराह करती रही पुलिस
शाम करीब 7 बजे पुलिस ने इलाका पार्षद नरेश उप्पल को पुलिस का फोन आया कि उसके इलाके से जिस युवक को ले जाया गया था वह बेहोश हो गया है, उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया है। वह जसपाल के परिजनों को साथ लेकर सिविल अस्पताल पहुंचा जहां 2 घंटे तक पुलिस उन्हें गुमराह करती रही। 9 बजे के करीब उन्हें बताया कि जसपाल की मौत हो गई है, उसका शव मोर्चरी में रखवा दिया है। जसपाल की मौत का पता चलते ही इलाके के लोगों में रोष व्याप्त हो गया और वे सिविल अस्पताल में पहुंच गए। 

3 साल पहले दर्ज हुआ था केस 
मृतक के भाई कश्मीरा ने बताया कि जसपाल के खिलाफ & साल पहले 22 बोतल शराब का केस दर्ज हुआ था जिसका आज तक पुलिस ने चालान तक पेश नहीं किया है। अगर चालान पेश होता तो उसे कोर्ट की तरफ से कोई नोटिस आता या उसे भगौड़ा घोषित किया जाता लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। अब उसे किसी ने बताया कि उसके भाई पर 6 बोतल शराब डालकर केस दर्ज कर दिया गया है। 

पुलिस पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद : ए.सी.पी.
वहीं ए.सी.पी. दविंद्र चौधरी का कहना है कि पुलिस पर टार्चर करने के लगाए गए आरोपों में कोई स"ााई नहीं है। जसपाल काला पीलिया से पीड़ित था। 10 दिन पहले उसे अस्पताल से छुट्टी हुई थी। उसके खिलाफ पहले भी शराब तस्करी के केस दर्ज है। आज भी उसके पास से 6 बोतल शराब पकड़ी गई थी। गिरफ्तारी डालने से पहले ही उसकी तबीयत बिगड़ गई, उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया  जहां उसकी मौत हो गई।  मृतक के परिजनों को आश्वस्त किया गया है कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी। डाक्टरों के बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। अगर प्रताडि़त किए जाने कीबात सामने आती है तो संबंधित पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

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