सिविल इंजीनियर की कांटैक्ट किलिंग का मामला दिल व फेफड़े में गोली लगने से हुई मौत

punjabkesari.in Sunday, Oct 14, 2018 - 10:37 AM (IST)

लुधियाना (ऋषि): दुगरी फेस-1 में सिविल इंजीनियर मनदीप सिंह (32) की कांटैक्ट किलिंग के मामले में एक के बाद एक परतें खुल रही हैं। पुलिस ने पकड़े गए कांटैक्ट किलर गुरविंद्र सिंह और मास्टर माइंड के दोस्त अमनपाल को अदालत में पेशकर 2 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है, जबकि फरार मास्टर माइंड बलविंद्र सिंह की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

थाना दुगरी के प्रभारी इंस्पैक्टर राजेश ठाकुर ने बताया कि शनिवार को सिविल अस्पताल के 3 डाक्टरों के बोर्ड, जिनमें डाक्टर रिपुदमन, डा. गुरिंद्रदीप ग्रेवाल और डा. दविंद्र ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया। डाक्टरों के अनुसार रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मनदीप की पीठ पर 2 दाईं और 2 बाईं तरफ गोलियां लगीं, जो दिल और फेफड़े में जा घुसीं, जिससे उसकी मौत हुई। पोस्टमार्टम से पहले शव का एक्स-रे करवाया गया। दूसरी तरफ वारदात में प्रयोग किए रिवाल्वर के असली मालिक का रहस्य पुलिस के लिए बरकरार है।

पहले गुरविंद्र की तरफ से बताया गया था कि जिस घर में वह रहता है, उसके मालिक का रिवाल्वर चुराकर हत्या की है, लेकिन जब पुलिस ने रिकार्ड खंगाला तो सामने आया कि उक्त व्यक्ति के पास रिवाल्वर नहीं है। पुलिस द्वारा बरामद किया गया रिवाल्वर उसी इलाके के रहने वाले एक अन्य व्यक्ति का है, जब पुलिस ने उस तक पहुंचने का प्रयास किया तो पता चला कि वह घर से फरार हो चुका है। 

सूत्रों के अनुसार उक्त मामले में एक कांग्रेसी नेता मैदान में उतर आया है, जो एक स्वयं-भू प्रधान को बचाना चाहता है। इसका रोल इस हत्या के मामले में आ रहा है। अब देखना यह है कि नेता के दबाव के चलते पुलिस निष्पक्ष जांच कर पाती है या फिर कांग्रेसी नेता अपने समर्थक को बचाकर ले जाएगा, लेकिन पुलिस किसी भी नेता द्वारा दबाव बनाए जाने की बात को इंकार कर रही है। 

1 लाख में गिरवी रखा रिवाल्वर
सूत्रों के अनुसार रिवाल्वर के असली मालिक ने 1 लाख रुपए में गिरवी रखा था, इस बात का गुरविंद्र को पता था, इसी का फायदा उठाकर उसने हत्या में प्रयोग कर लिया। रिवाल्वर गिरवी रखने की किसी ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। 

मास्टर माइंड की तलाश के लिए कई टीमें बनाई गई हैं, पकड़े गए आरोपियों से 2 दिन के रिमांड पर दोनों से पूछताछ की जा रही है। इसके नाम पर रिवाल्वर है, उस तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके बाद ही पता चल पाएगा कि रिवाल्वर का असली मालिक कौन है और हत्या में उसका प्रयोग कैसे हुआ। पुलिस पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं है।     -सुरिंद्र लांबा, ए.डी.सी.पी. वन।

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