सब-इंस्पैक्टर के बेटे की कार में मिले शव की सुलझी गुत्थी

punjabkesari.in Tuesday, May 15, 2018 - 03:27 PM (IST)

जगराओं(भंडारी): थाना सुधार के अंतर्गत आते गांव हिस्सोवाल सब-इंस्पैक्टर गुरमीत सिंह के बेटे जीवनजोत का शव कार में मिलने की गुत्थी 48 घंटों में ट्रेस कर पुलिस जिला लुधियाना देहाती हैड क्वार्टर जगराओं टीम ने इस मामले संबंधी कपूरथला में नियुक्त एक पुलिस कर्मी को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रैस कांफ्रैंस में एस.एस.पी. सुरजीत सिंह ने बताया कि जांच टीम के सदस्यों एस.पी. (डी.) रूपिन्द्र भारद्वाज, एस.पी. (एच.) गुरदीप सिंह, डी.एस.पी. अमनदीप बराड़, डी.एस.पी. दाखा जसविन्द्र सिंह, इंस्पैक्टर हरजिन्द्र सिंह, एस.एच.ओ. सुधार व सी.आई.ए. इंस्पैक्टर लखबीर सिंह ने 48 घंटों में यह केस हल कर लिया। 
उन्होंने बताया कि मृतक युवक के पिता सब-इंस्पैक्टर गुरमीत सिंह के बयान पर जीवनजोत का कत्ल किए जाने के आरोप में धारा-302 के तहत केस दर्ज कर इस मामले की जांच की गई है। जांच में कपूरथला में नियुक्त पुलिस कर्मी दविन्द्र सिंह वासी बाजाखाना जिला फरीदकोट का नाम सामने आया है। सिपाही को गिरफ्तार कर यह बात सामने आई है कि जीवनजोत व सिपाही दविन्द्र सिंह दोनों नशे के आदी थे और दोनों की मुलाकात पटियाला के एक नशा छुड़ाओ केंद्र में हुई थी।

11 मई को जीवनजोत सिंह ने सिपाही दविन्द्र सिंह से फोन कर रुपए की मांग की। बाद में दोनों ने गाड़ी में जाकर मोगा के क्षेत्र में एक सुनसान स्थान पर जाकर नशा किया। नशे की ओवरडोज होने से जीवनजोत की देर रात्रि मौत हो गई जिस कारण सिपाही दविन्द्र सिंह घबरा गया। बाद में दविन्द्र ने लाश को हिस्सोवाल सड़क के किनारे पर गाड़ी खड़ी करके उसे ड्राइवर वाली सीट पर बिठाकर स्वयं वहां से किसी अन्य वाहन से अपने गांव पहुंच गया। अब सिपाही का रिमांड लेकर उससे पूछताछ की जाएगी कि नशा किससे लिया था और उनके साथ कोई अन्य व्यक्ति भी था या नहीं। एस.एस.पी. ने बताया कि जीवनजोत की मृत्यु नशे की ओवरडोज अधिक लेने से हुई है।

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