ऑनलाइन सिस्टम फेल : सिद्धू के ड्रीम प्रोजैक्ट को लेकर प्रिंसीपल सैक्रेटरी की दो टूक

punjabkesari.in Tuesday, Dec 11, 2018 - 03:07 PM (IST)

लुधियाना(हितेश): ऑनलाइन सिस्टम फेल होने के मद्देनजर लोकल बॉडीज विभाग के पिं्रसीपल सैक्रेटरी ने निगम की बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों को साफ  कर दिया है कि नए साल में मैनुअल नक्शों को मंजूरी नहीं मिलेगी। उक्त मामले में लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस सरकार बनते ही बिल्डिंग ब्रांच में क्रप्शन खत्म करने के लिए नक्शे पास करने का ऑनलाइन सिस्टम लागू करने का दावा किया था, लेकिन इस सिस्टम को फाइनल करने में एक साल से ज्यादा का समय लग गया और अगस्त में लांच किया गया। यह सिस्टम अब तक पूरी तरह लागू नहीं हो पाया है।

इस तरह सिस्टम फेल होने से बिल्डिंग ब्रांच में करप्शन खत्म करने का टारगेट पूरा न होने सहित लोगों को नक्शे पास करवाने की प्रक्रिया में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके मद्देनजर प्रिंसीपल सैक्रेटरी ने पिछले दिनों बैठक बुलाकर पूरे पंजाब की बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों की क्लास लगाई। हालांकि निगम अधिकारियों ने सिस्टम की खामियों को आधार बनाकर अपने बचाव की केशिश की, हालांकि उक्त खामियों में सुधार के लिए पिं्रसीपल सैक्रेटरी ने इन अधिकारियों को एक महीने की मोहलत दी है,  लेकिन साथ ही यह भी साफ  कर दिया है कि नए साल में मैनुअल नक्शों को मंजूरी नहीं मिलेगी।

कई अधिकारियों को अब तक नहीं मिले हैं पासवर्ड
निगम अधिकारियों द्वारा ऑनलाइन सिस्टम फेल होने के लिए सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी पर ठीकरा फोडऩे की कोशिश की, जिसके तहत उन्होंने दावा किया कि कई अधिकारियों को अब तक पासवर्ड नहीं मिले हैं, जिसे लेकर पिं्रसीपल सैक्रेटरी ने रिपोर्ट बनाकर भेजने के लिए बोला है।

करप्शन की शिकायतों को लेकर मिली वार्निंग
प्रिंसीपल सैक्रेटरी ने निगम की बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों के सामने कहा कि नक्शे पास करने की प्रक्रिया में करप्शन की शिकायतें मिल रही हैं, जिसे लेकर उन्होंने अधिकारियों को कार्रवाई करने की वार्निंग दी है।

यह है ऑनलाइन नक्शे पास करने का सिस्टम
सिद्धू द्वारा अपने ड्रीम प्रोजैक्ट के रूप में ऑनलाइन नक्शे पास करने का जो सिस्टम तैयार किया गया है, उसमें निगम की बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों द्वारा बिना वजह एतराज लगाकर फाइल को लटका कर रखने की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी गई है, जिसके तहत बायलाज के मुताबिक होने बारे में सॉफ्टवेयर के जरिए चैकिंग करने के बाद ही नक्शा जमा किया जा सकता है, उसके बाद नक्शा पास करने के लिए अधिकारियों को डेडलाइन दी गई है, उसके भीतर किसी ऑफिसर द्वारा रिपोर्ट न करने पर वो फाइल ऑनलाइन सिस्टम के जरिए अपने आप अगले ऑफिसर के पास चली जाएगी।

अभी डैडलाइन के भीतर पास नहीं हो रहे हैं नक्शे
निगम की बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों की वर्किंग का आलम यह है कि सेटिंग करने वालों के नक्शे तो हाथों हाथ पास हो रहे हैं, लेकिन बाकी लोगों के नक्शे राइट टू  सर्विस एक्ट के तहत फिक्स की गई डेडलाइन के भीतर पास नहीं हो रहे हैं, जिसे लेकर किसी ऑफिसर द्वारा क्रॉस चैकिंग करने की जरूरत नहीं समझी जाती।

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