पितृ शांति के लिए पिहोवा जाने वालों को नहीं आएगी अब किसी तरह की परेशानी

punjabkesari.in Friday, Nov 22, 2019 - 09:33 AM (IST)

लुधियाना (धीमान): सनातन धर्म में कुरुक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पिहोवा तीर्थ को मोक्ष का द्वारा माना गया है। यही वजह है कि हर कोई अपने पितृों का मोक्ष करवाने पिहोवा स्थित सरस्वती नदी, जो अब तालाब का रूप ले चुकी है, में पिंड दान कर कर्मकांड करवाने जरूर आता है। लेकिन यहां आने वाले परिजनों की संख्या के मुकाबले सुविधाएं न मिलने पर उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।

इतना ही नहीं तालाब के पानी की सफाई और निकासी न होने के कारण पानी से आने वाली बदबू से भी परिजनों की आस्था को ठेस पहुंचती थी। इसे देख लुधियाना के कारोबारियों ने पिहोवा में आने वाले परिजनों को हर सुविधा मुहैया करवाने का बीड़ा उठाया और लुधियाना मां सरस्वती विकास ट्रस्ट पिहोवा का गठन कर दिसम्बर 2017 में तीर्थ स्थल की नुहार बदलने का काम शुरू करवा दिया था। अब तक तालाब पक्का करवाने, लाइटिंग सिस्टम के लिए बिजली के 30 पोल और 4 शौचालयों की जगह लेटैस्ट 12 शौचालय बनाने आदि का काम पूरा हो चुका है। इसी माह तालाब के पानी को साफ  करने के लिए ट्रीटमैंट प्लांट भी शुरू हो जाएगा। पहले लगे ट्रीटमैंट प्लांट की क्षमता मात्र 1 लाख लीटर पानी साफ  करने की थी और वह भी सही ढंग से काम नहीं कर रहा था। अब शुरू होने वाला ट्रीटमैंट प्लांट प्रतिदिन 12 लाख लीटर पानी साफ  करने लगेगा।

ट्रस्ट के चेयरमैन जगदीप सिंघल, कैशियर दीपक शर्मा और सैक्रेटरी मनोज तिवारी ने बताया कि सारे प्रोजैक्ट पर कुल 8 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है और अब तक 1.5 करोड़ रुपए की लागत से 25 से 30 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि पिहोवा से करीब 23 किलोमीटर दूर भाखड़ा नहर से तालाब तक पाइप डालने का काम भी पूरा हो चुका है, जिसके जरिए स्वच्छ पानी तालाब तक आना भी शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पुण्य काम में ट्रस्टी कमल चेतली, मैंबर अश्विनी ग्रोवर, परमजीत कपलिश, मुकेश शर्मा, अरुण ठुकराल के अलावा आढ़ती एसोसिएशन पिहोवा के प्रधान विनोद अरोड़ा अपना महत्वपूर्ण सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस नेक काम में अब लुधियाना और पिहोवा के अलावा अन्य शहरों के लोग भी ट्रस्ट के साथ जुडऩे हेतु संपर्क करने लगे हैं। 


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