पैट्रोलियम कारोबारियों की नसीहत को दरकिनार करना पंजाब सरकार को पड़ रहा भारी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 18, 2018 - 01:32 PM (IST)

लुधियाना(खुराना): कैप्टन सरकार को करीब एक वर्ष पहले पैट्रोलियम कारोबारियों द्वारा दी गई नसीहत को दरकिनार करने का खमियाजा करोड़ों रुपए का मिलने वाला राजस्व गवां कर चुकाना पड़ा है। ट्रेड से जुड़े कारोबारियों ने इस संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री सहित वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल से कई बार बैठकें कर पैट्रोलियम पदार्थों पर लगाए गए वैट की दरें पड़ोसी राज्यों के समान करने की मांग की। 

माहिरों की मानें तो मौजूदा वित्तीय वर्ष में पंजाब में पैट्रोल-डीजल उक्त पड़ोसी राज्यों के मुकाबले महंगे मूल्य में होने के कारण करीब 300 करोड़ रुपए कम की वैट वसूली हुई है। सीधे अर्थों में कहा जाए तो पंजाब सरकार को मिलने पर बड़ा राजस्व अन्य राज्यों को मिल रहा है। पंजाब में मौजूदा समय में पैट्रोल 88 रुपए प्रति लीटर व डीजल 74 रुपए प्रति लीटर के करीब का आंकड़ा छूने लगा है। इसका असर पंजाब के पैट्रोल पम्प मालिकों के ब्रिकी सहित सरकार को मिलने वाले राजस्व पर पड़ रहा है। 

दोहरी मार झेल रहे पंजाब के पैट्रोलियम कारोबारी 
पंजाब के सरहदी इलाकों से सटे अधिकतर पैट्रोलियम कारोबारी मौजूदा समय में दोहरी मार का शिकार हो रहे हैं क्योंकि राज्य की सीमा पर लगे पैट्रोल पम्प पर उनके मुकाबले में आम जनता को पैट्रोल-डीजल काफी कम कीमतों पर मिलने के कारण उनके इलाके के वाहन चालक व कारोबारी पंजाब में पड़ते पैट्रोल पम्पों के आगे से गुजर कर पड़ोसी रा’यों से तेल की ब्रिकी कर रहे हैं।

वैट को अन्य राज्यों के समान करने की मांग
पंजाब सरकार से इस मामले को लेकर कई बार मांग की गई है कि पैट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगाए गए वैट को कुछ समय के लिए ही सही चंडीगढ़ के बराबर कर दे। यह कहना है लुधियाना पैट्रोलियम डीलर्स एसो. के चेयरमैन अशोक सचदेवा का। सचदेवा ने कहा कि कैप्टन सरकार को इस मामले में जल्द ही फैसला लेने की जरूरत है अथवा सरकार को मिलने वाला करोड़ों रुपए का राजस्व ऐसे ही अन्य रा’यों की झोली में गिरता रहेगा। 

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