पुलिस ने सोशल मीडिया पर डाली युवक की फोटो, विवाद

punjabkesari.in Thursday, Oct 17, 2019 - 11:43 AM (IST)

लुधियाना (गौतम): लोगों की सहायता के लिए सोशल मीडिया पर लुधियाना पुलिस द्वारा बनाए गए पेज पर शहर की सुरक्षा व ट्रैफिक समस्या को लेकर कई जानकारियां उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इससे पुलिस व आम लोगों को समस्याएं हल करने में आसानी हो रही है। लेकिन बुधवार को पुलिस द्वारा फेसबुक पर बिना नंबर के मोटरसाइकिल चलाने वाले युवक की फोटो अपलोड करने से विवाद पैदा हो गया। कई लोगों ने पुलिस के इस कदम का विरोध किया तो कईयों ने पुलिस को सराहा। सोशल पेज पर पुलिस के इस काम का विरोध करने वाले एक एडवोकेट को तो ब्लॉक करने की चेतावनी भी दे दी गई। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने इस पोस्ट को लोगों को जागरूक करने वाली बताते हुए कहा कि इस तरह से रात को बिना वजह घूमने वाले लोगों पर काबू पाया जा सकेगा। 

क्या था मामला
पुलिस ने अपने पेज पर एक युवक व उसके बिना नंबर के मोटरसाइकिल की फोटो अपलोड करते हुए कहा कि युवक रात को ढाई बजे के करीब घूम रहा था। इस तरह के लोगों के साथ क्या करना चाहिए। पुलिस ने लोगों से पूछा कि युवक के खिलाफ क्या कार्रवाई  होनी चाहिए। पुलिस की इस पोस्ट के साथ ही लोगों ने युवक के खिलाफ अलग-अलग ढंग से कार्रवाई करने की सिफारिश करनी शुरू कर दी। लेकिन लोगों ने पुलिस के इस कदम का विरोध करते हुए कहा कि पुलिस कितने मामलों में किसी के खिलाफ कार्रवाई करने से पहले आम जनता से पूछती है। अपने कमैंटस में कई लोगों ने युवक के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द भी लिख दिए। लोगों का कहना था कि इतने बड़े आरोपियों को मीडिया के सामने पेश करने पर उनका मुंह ढक दिया जाता है और बिना नंबर के मोटरसाइकिल चलाने वाले युवक का इस तरह से फोटो अपलोड कर दिया गया। पुलिस द्वारा अपलोड की गई इस पोस्ट को 150 के करीब लोगों ने लाइक किया, 5 लोगों ने शेयर किया और 100 से अधिक कमैंटस हुए।  

एडवोकेट हर्ष शर्मा ने अपने कमैंट में लिखा कि इस तरह से फोटो डालना मानव अधिकारियों का हनन है। पुलिस अपनी कार्रवाई करने व्हीकल को कब्जे में लेकर कानून कार्रवई कर सकती है। पहले उसके बारे में पता लगाने के बाद ही सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड की जाती। पुलिस के इस कदम के चलते कई लोगों ने युवक को भला बुरा कहते हुए आपत्तिजनक शब्द लिख दिए। उन्होंने पुलिस से रात को क्लबों व होटलों के बाहर नाकाबंदी करने की सलाह दी। पेज पर पुलिस की तरफ से उन्हें ब्लॉक करने की चेतावनी दे दी गई। राजीव शर्मा ने कमैंट किया कि इस युवक के खिलाफ बिना राजनैतिक व सामाजिक प्रैशर के पारदर्शिता से कार्रवाई कर दी जाती, कार्रवाई को सोशल मीडिया पर अपलोड किया जाता। अनोख मित्तल, भूपिदंर गौतम ने कमैंट कर कहा कि पूरी जांच पड़ताल करने के बाद अगर युवक के खिलाफ कोई मामला सामने आता तो उसके खिलाफ कारवाई कर दी जाती नहीं तो उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता। इसी तरह से किसी ने व्हीकल जब्त करने, उसके मां-बाप से शिकायत करने, संबंधित पुलिस स्टेशन से उसके बारे में जानकारी लेने व किसी ने बिना वजह फोटो अपलोड करने का विरोध किया। एडवोकट जगमोहन वड़ैच, एडवोकेट अमनदीप सिंह, एडवोकेट पकंज सूरी, हरविंदर सिंह ने कहा कि सुरक्षा को लेकर कदम उठाना उचित है लेकिन कानूनन इस तरह से किसी की फोटो अपलोड करना गलत है जब कि पुलिस द्वारा काबू किए आरोपियों की भी फोटो मुंह ढक कर करने के कोर्ट के आदेश हैं। 
 

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