फर्जी बिजली बिल का पंजाब में 5 करोड़ का घपला, DGP के आदेश पर केस दर्ज

punjabkesari.in Monday, Sep 17, 2018 - 10:39 AM (IST)

लुधियाना(सलूजा): पावरकॉम की सुंदर नगर डिवीजन में हुए करोड़ों रुपए के फर्जी बिल घप्पले में क्राइम ब्रांच ने 7 कथित आरोपियों के खिलाफ तो मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन इनके गॉड फादर कौन रहे, वह अभी पुलिस की जांच के दौरान सामने नहीं आ पाए। जब यह कथित आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ेंगे, तब पूछताछ के दौरान होने वाले खुलासों के बाद पावरकॉम के कई अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। विशेष कर इस डिवीजन से संबंधित उन अधिकारियों पर जो लेखे-जोखे से संबंधित रहे हैं। 

बता दें कि विभाग की तरफ से सुंदर नगर डिवीजन के आर.ए. को पहले ही सस्पैंड किया जा चुका है और उसके खिलाफ बनती कार्रवाई को अमल में लाने हेतु जांच जारी है। आज जब पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया तों केन्द्रीय जोन पावरकॉम के चीफ इंजीनियर परमजीत सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने स्पष्ट किया कि सुंदर नगर डिवीजन में लगभग 33 लाख रुपए जब कि पंजाब में यह फर्जी बिल घपला 5 करोड़ का सामने आया है। उन्होंने बताया कि जब उनके ध्यान में यह सारा मामला आया तो उन्होंने सबसे पहले आर.ए. को सस्पैंड किया और प्राइवेट तौर पर काम करने वाले मुलाजिमों को बिना किसी देरी के बाहर का रास्ता दिखाते हुए पुलिस को बनती कार्रवाई करने की सिफारिश कर दी। 


पावरकॉम के डायरैक्टर को भी मामले संबंधी सारी जानकारी दी गई तो डायरैक्टर ने सी.एम.डी. पावरकॉम को अवगत करवाया। सी.एम.डी. पावरकॉम ने डी.जी.पी. पंजाब को इस मामले की जांच करवाने हेतु लिखा। डी.जी.पी. के आदेश पर क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है। इस जांच के दौरान पुलिस ने 180 उपभोक्तों के बयान लेने के बाद आखिर मामला दर्ज कर लिया। चीफ इंजीनियर परमजीत सिंह ने यह बात भी साफ कर दी कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुछताछ के दौरान विभाग के किसी भी स्तर के अधिकारी व मुलाजिम का नाम सामने आया तों उसके खिलाफ बनती विभागीय कार्रवाई करते हुए नौकरी से बर्खास्त करने की सिफारिश सी.एम.डी. पावरकॉम को कर दी जाएगी। अभी तक उक्त आरोपियों में से कोई पुलिस की गिरफ्त में आया है, इस बात की तो पुष्टि नहीं हो सकी, लेकिन यह पता चला है कि क्राइम ब्रांच की तरफ से आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु लगातार छापेमारी की जा रही है।

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