बिजली गुल की ज्यादा शिकायतें आने से कंप्लेंट सैंटर को छोड़ भागा स्टाफ

punjabkesari.in Friday, Jun 14, 2019 - 01:28 PM (IST)

लुधियाना(सलूजा): केवल आधे घंटे के तूफान ने ही पावरकॉम के समूचे सिस्टम को बेनकाब करके रख दिया। स्थानीय नगरी में कोई एक भी ऐसा इलाका नहीं होगा जहां पर 24 से 36 घंटों से बिजली व पानी की सप्लाई ठप्प न पड़ी हो। पावरकॉम की मॉडल टाऊन डिवीजन के अधीन पड़ते दुगरी कंपलेंट सैंटर पर बिजली गुल की ज्यादा शिकायतों के अंबार लगते ही प्राइवेट कंपनी के मुलाजिम सैंटर को छोड़कर भाग गए। सैंटर पर शिकायतकर्ता उपभोक्ताओं का जमावड़ा लगते ही सैंटर की रक्षा के लिए पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा।

जानकारी के अनुसार यह वही कंपनी है जिनके पास कंप्लेंट नंबर (1912) का ठेका है। इस कंपनी के साथ पावरकॉम की मैनेजमैंट ने बिजली गुल की शिकायतों का एक निश्चित समय में निपटारा करने के लिए एक करार किया हुआ है। बिजली गुल की कंप्लेंट का निपटारा करने में कंपनी की मौजूदा टीम बुरी तरह नाकाम साबित हुई लेकिन इसका खमियाजा लुधियाना की जनता को अंधेरे में रहने के साथ पीने वाली पानी की किल्लत का सामना करने के रूप में भुगतना पड़ रहा है। महिन्द्र सिंह नामक बिजली उपभोक्ता वासी टिब्बा रोड ने बताया कि उनके घर की बिजली पिछले 24 घंटों से डिम आ रही है। कई बार कंप्लेंट दर्ज करवाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जिसके चलते उनके परिवार को पीने वाले पानी के लिए तरसना पड़ रहा है।

अब्दुलापुर बस्ती व जालंधर बाईपास के रहने वाले उपभोक्ताओं ने भी पावरकॉम की कारगुजारी पर सवाल उठाते हुए बताया कि इस कहर की गर्मी में उनको पिछले 36 घंटों से बिना बिजली व पानी के रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। कोई भी अधिकारी या मुलाजिम उनकी बात सुनने को तैयार ही नहीं है। यदि कंपनी समय पर कंप्लेंट का निपटारा करने के समर्थ नहीं है तो फिर पावरकॉम की मैनेजमैंट को चाहिए कि वह इस करार को खत्म करके ऐसी कंपनी का सहयोग ले जो अपने वायदे मुताबिक काम करे न कि इस मौसम में लोगों को मरने के लिए छोड़ दें। पावरकॉम अधिकारी ने स्पष्ट किया कि कंप्लेंट सैंटरों की बिल्डिंगें पावरकॉम के अधीन हैं लेकिन शिकायत दर्ज करने व उनका समाधान करवाना भी कंपनी के स्टाफ की जिम्मेदारी है।


दर्जनों इलाकों में 24 घंटे बाद भी बिजली व पानी सप्लाई ठप्प

पंजाब की औद्योगिक राजधानी लुधियाना में आंधी रूपी तूफान व 7.6 मि.मीटर बारिश के बाद तापमान का पारा लुढककर 39 डिग्री सैल्सियस पर आ गया, जबकि न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री सैल्सियस रहा। सुबह के समय हवा में नमी की मात्रा 55 व शाम को 27 फीसदी रिकार्ड की गई। पी.ए.यू. मौसम माहिरों ने यह संभावना व्यक्त की है कि आने वाले 24 घंटों के दौरान स्थानीय लुधियाना व आस-पास के इलाकों में मौसम का मिजाज गर्म व खुश्क बना रहेगा। सारी रात बिजली न आने की वजह से कई लोगों को घबराहट होने की वजह से नगरी के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाना पड़ा। यहां पर उनकी हालत स्थिर बताई जाती है। यदि हम पावरकॉम की बात करें तो नगरी के दर्जनों ऐसे इलाके हैं, यहां पर बिजली के गिरे पोल व ट्रांसफार्मरों को उठाने का काम पूरा न होने की वजह से 24 घंटे बीत जाने पर भी बिजली व पानी सप्लाई बहाल नहीं हो सकी। 


घुमार मंडी अधीन पड़ते शाम सिंह रोड के रहने वाले उद्योगपति शीला जैन ने बताया कि बीती शाम 6 बजे करीब ठप्प हुई, बिजली सप्लाई के बहाल न होने से उनके समेत समूचे इलाकावासियों का जीना दूभर हुआ पड़ा है। उक्त हालातों में पावरकॉम का सप्लाई सिस्टम कहां पर स्टैड़ करता है।मॉडल टाऊन मार्कीट के दुकानदार रोबिन ने बताया कि बीती शाम से ही अंधेरे में कारोबार करने को मजबूर है। इस दुकानदार ने बताया कि कारोबार तो पहले ही मंदे में चल रहे हंै। ऊपर से कहर की गर्मी व पावरकॉम के अघोषित पावर कटों ने सब कुछ चौपट करके रख दिया है। 

दुगरी में पिछली शाम को गिरे बिजली के पोल व ट्रांसफार्मरों को दुरुस्त करने का काम तो जंगी स्तर पर जारी है, लेकिन बिजली सप्लाई निर्मल नहीं हो पा रही। हैबोवाल की बात करे तो यहां पर भी बिजली की आंख-मिचौली का दौर चलता रहा। इस तरह के बुरे हालात शहर के हर हिस्से में ही देखने को मिल रहे हैं। जानकारी के अनुसार पावरकॉम के शिकायत केन्द्रों पर बिजली गुल की शिकायतों के ढेर लग गए, जिनको निपटाने के लिए पावरकॉम के मैदान में डटे हुए हैं, लेकिन समाचार भेजे जाने तक बहुत से इलाकों में अभी न तो बिजली व न ही पीने को पानी था। पावरकॉम अधिकारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आधे घंटे की कुदरती आफत से ही लुधियाना में व्यापक स्तर पर नुक्सान हो गया और बिना बिजली वाले इलाकों में लोड शैङ्क्षडग सिस्टम के तहत बिजली सप्लाई प्रदान की जा रही है। 

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