17 वर्ष बाद पंजाबी स्क्रीन पर नजर आएंगी प्रीति सपरू

punjabkesari.in Saturday, Apr 21, 2018 - 03:00 PM (IST)

लुधियाना (मीनू): 17 वर्ष के बाद पंजाबियों के दिलों की धड़कनों को बढ़ा देने वाली पंजाबी व बॉलीवुड एक्ट्रैस प्रीति सपरू फिर से पंजाबी स्क्रीन पर वापसी कर रही हैं। इन दिनों वह लुधियाना शहर के पिंड बेसमी में शूट हो रही पंजाबी कॉमेडी फिल्म ‘काके दा ब्याह’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। ‘पंजाब केसरी’ से विशेष वार्तालाप में उन्होंने बताया कि उन्हें पंजाब में कई वर्षों के बाद पंजाबी विरसे की छत्रछाया में दोबारा आने का मौका मिला है जिसे लेकर वह अपनी खुशी को शब्दों में भी नहीं बयां कर सकती।

आज भी पंजाब का मुझे वैसा ही माहौल मिला जैसे 17 वर्ष पहले था
मुझे याद है जब मैं पंजाबी फिल्मों की शूटिंग के लिए पंजाब के गांवों में शूटिंग पर रहती थी तो सारा पिंड हमारी सेवा में लग जाता था। कभी कोई लस्सी का गिलास लाता तो कोई हमारे लिए सरसों का साग व मक्की की रोटी। मैंने भी देश-विदेश में बहुत सारी फिल्में शूट की हैं लेकिन जो प्यार और मेहमान नवाजी मुझे पंजाब में मिली है वह कहीं नहीं मिली। आज जब मैं कई वर्षों बाद पंजाब में आई हूं लेकिन मुझे तब और आज के पंजाब के पंजाबियों के प्यार और मेहमान नवाजी में कोई फर्क नजर नहीं आया। इस बार मैं अपने पति व दोनों बच्चियों से साथ आई हूं।


मराठी फिल्म के बाद पंजाबी फिल्म को कर रही हूं डायरैक्ट
मैंने मराठी फिल्म को डायरैक्ट किया है, जिसमें जयाप्रदा को मुख्य रोल में लिया है। इस फिल्म के बाद मैं पंजाब फिल्म को डायरैक्ट कर रही हूं, जिसकी स्क्रिप्ट भी तैयार हो चुकी है। 

पंजाबी इंडस्ट्री में आया है काफी चेंज  
पंजाबी इंडस्ट्री का काफी विकास हुआ है। पंजाब में कॉमेडी फिल्मों को काफी पसंद किया जाता है। मेरे समय और आज के समय में पंजाबी फिल्मों में यह सबसे अधिक बदलाव देखने को मिला है कि पहले पंजाबी मूवीज में सिंगर व एक्टर अलग-अलग थे। अब पंजाबी मूवीज में सिंगर ही हीरो का रोल अदा करते हैं।

हिन्दू-सिख एकता को एक ही प्लेटफार्म पर लाना है मकसद 
मॉनोरिटी सोसायटी ऑफ जम्मू-कश्मीर एन.जी.ओ. रन कर रही प्रीति सपरू कहती हैं कि उनका मकसद हिन्दू-सिख एकता को बढ़ावा देकर उन्हें एक ही प्लेटफार्म पर इकट्ठा करना है।

कलाकारों के खून में ही होती है कला
जब प्रीति सपरू से उनकी बेटियों की रुचि बारे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनकी जुड़वा बेटियां अभी 5वीं कक्षा की स्टूडैंट्स हैं। उनमें अभी से ही वह कला नजर आती है जो मुझे अपने पेरैंट्स से विरासत में मिली है। दोनों ही डांसिंग व सिंगिंग में काफी अच्छी हैं और पढ़ाई में भी इनकी आऊटस्टैंङ्क्षडग परफॉर्मैंस है।

छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म के अपराध शर्मनाक
आज देश कहां जा रहा है। छोटी-छोटी बच्चियां भी कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे घिनौने अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधियों को तो उसी समय शूट कर देना चाहिए। मेरी भी 2 बेटियां हैं, जब छोटी बच्चियों के साथ ऐसे दर्दनाक अपराधों बारे सुनती हूं तो मेरा भी खून खोलने लगता है।

‘काके दा ब्याह’ कॉमेडी मूवी लोगों को काफी पसंद आएगी
यह पंजाबी फिल्म कॉमेडी पर आधारित है। सास-बहू के नोक-झोंक पर बनाई गई है। इसमें पंजाब कलाकार निर्मल ऋषि मेरी सास का रोल अदा कर रही हैं। फिल्म में मेरी भी 2 बहुए हैं। मेरी और मेरी सास में नोक-झोंक रहती है। हम दोनों फेसबुक पर एक-दूसरे को ज्यादा कमैंट करती दिखाई गई हैं। मेरी शादी मेरी सास के मुताबिक नहीं होती है क्योंकि हम लोगों की लव मैरिज होती है। मेरे भी 2 बेटे इस फिल्म में दिखाए गए हैं और दोनों की लव मैरिज होती है लेकिन मेरी सास मेरे ब‘चों का सपोर्ट करती दिखाई गई है। इस फिल्म को 24 वर्षीय रॉय युवराज बैंस ने डायरैक्ट किया है।

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