पास प्रतिशतता में सुधार के बावजूद सरकारी स्कूलों के 639 स्टूडैंट्स अटके

punjabkesari.in Wednesday, Apr 25, 2018 - 05:25 PM (IST)

लुधियाना (विक्की): पी.एस.ई.बी. की ओर से घोषित 12वीं के परीक्षा परिणाम में बेशक लुधियाना की पास प्रतिशतता में पिछले वर्ष की अपेक्षा करीब 15 प्रतिशत का सुधार हुआ है और इस बार यह आंकड़ा 78.56 प्रतिशत प्रतिशत तक पहुंचा है लेकिन जिले के 12 सरकारी स्कूल अभी भी ऐसे हैं जिनके आधे से ज्यादा बच्चे 12वीं पास नहीं कर पाए हैं। इसी वजह से इन स्कूलों का रिजल्ट 50 प्रतिशत भी नहीं रहा। हालांकि जिले में कई स्कूल ऐसे भी हैं जिनका परिणाम 100 प्रतिशत तक भी रहा है। बच्चों के लिए रोड़ा बनने वाले विषयों साइंस और इंगलिश में भी कई स्कूलों के विद्यार्थियों का रिजल्ट कुछ खास नहीं रहा और स्टूूडैंट्स कंपार्टमैंट व पास के बीच अटक गए हैं। 

बोर्ड की ओर से जारी लुधियाना की स्कूल वाइज रिजल्ट लिस्ट में सरकारी स्कूलों के परिणाम पर नजर दौड़ाएं तो कई स्कूलों के परिणाम तो हैरान करने वाले हैं। सरकारी स्कूल जस्सोवाल कुलार के 57 में से 33 स्टूडैंट्स फेल हो गए हैं और 13 की कंपार्टमैंट आई है। बोर्ड लिस्ट मुताबिक स्कूल का परिणाम 19.29 प्रतिशत रहा है और केवल 11 छात्र ही पास हुए हैं। 

कूमकलां स्कूल के 15 में से 1 छात्र ही साइंस में पास
सरकारी सी.सै. स्कूल कूमकलां में साइंस का परिणाम काफी आश्चर्यजनक रहा है। स्कूल से साइंस विषय की परीक्षा देने वाले 15 स्टूडैंट्स में से सिर्फ 1 छात्र ही पास हो पाया है जबकि 7 की कंपार्टमैंट और 7 फेल हो गए हैं। हालांकि स्कूल का गणित विषय का रिजल्ट काफी बेहतर रहा है और 13 में से 12 स्टूडैंट्स पास हुए हैं। लेकिन साइंस स्ट्रीम की कमिस्ट्री में 15 से सिर्फ 1 छात्र पास हो पाया है और फिजिक्स में भी 8 पास तो 7 फेल हुए हैं। प्रिंसीपल जोगेंद्र कुमार ने बताया कि परीक्षाओं से कुछ महीने पहले ही फिजीक्स और कमिस्ट्री के लैक्चरारों का तबादला हो गया और विभाग से किसी ओर की नियुक्ति नहीं की गई। बच्चों की पढ़ाई खराब न हो इसलिए पी.टी.ए. से 2 अध्यापकों को रखा गया लेकिन परीक्षाओं के दिनों में स्टूडैंट्स की तैयारी पर असर तो पड़ा ही है। 

इंगलिश में 53 तो पोल साइंस में 21 स्टूडैंट्स हुए फेल 
सरकारी स्कूल पक्खोवाल की बात करें तो इस स्कूल की पास प्रतिशता बोर्ड लिस्ट के मुताबिक 49.59 प्रतिशत रही है। स्कूल के 123 विद्यार्थी परीक्षाओं में अपीयर हुए जिसमें से 35 की कंपार्टमैंट और 27 विद्यार्थी फेल हो गए हैं। सिर्फ 61 विद्यार्थी ही पास हो पाए हैं। स्कूल के इंगलिश के परिणाम पर नजर दौड़ाएं तो 53 विद्यार्थी इस महत्वपूर्ण विषय में फेल हो गए हैं। वहीं कुल 123 में 70 छात्र पास भी हुए हैं। वहीं पॉलीटीकल साइंस के 87 स्टूडैंट्स में से 21 फेल और 3 की कंपार्टमैंट रही है। हालांकि इस विषय में 2 स्टूडैंट्स के 90 से अधिक अंक भी आए हैं। अब गणित के परिणाम को देखें तो 4 में से 3 स्टूडैंट्स फेल हैं। प्रिं. बलबीर कौर ने कहा कि फेल या कंपार्टमैंट वालों में अधिकतर छात्र वह हैं जो पिछले 2 वर्षों से 12वीं में ही अटके हुए हैं। 

साइंस का रिजल्ट देख स्टूडैंट्स टैंशन में 
सरकारी सी.सै. स्कूल हसनपुर के साइंस विषय के स्टूडैंट्स अपना परिणाम देखकर हैरान हैं। बोर्ड रिजल्ट में स्कूल की साइंस स्ट्रीम के 17 में से 9 छात्र फेल हो गए और 8 पास हुए हैं। स्टूडैंट्स का कहना है कि परिणाम देखकर वे भी परेशानी में आ गए हैं, क्योंकि उनके पेपर काफी अच्छे हुए थे। विद्यार्थी अब अपने परिणाम के बाद रि ईवैल्यूएशन की तैयारी में जुट गए हैं। वहीं स्कूल के कामर्स गु्रप का परिणाम 100 प्रतिशत और आर्ट्स का परिणाम भी 96 प्रतिशत के करीब रहा है। 

187 सरकारी स्कूलों के 2165 तो 321 निजी स्कूलों के 5021 छात्र पास नहीं कर पाए 12वीं

बोर्ड परीक्षाओं में इस वर्ष 187 सरकारी स्कूलों के 10822 परीक्षार्थी अपीयर हुए थे जिसमें से 2165 परीक्षार्थी पास नहीं हो पाए हैं। इनमें 639 विद्यार्थी तो पूरी तरह से फेल हो गए हैं जबकि 1526 की कंपार्टमैंट आने के कारण इन्हें 12वीं के कंपार्टमैंट वाले विषय की परीक्षा दोबारा देनी होगी। हालांकि फेल या कंपार्टमैंट वाले कुछ स्टूडैंट्स ऐसे भी हैं जो अपने परिणाम को जानने के बाद हैरान हैं और रि ईवैल्यूएशन की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे कुछ स्टूडैंट्स का कहना है कि बोर्ड की रिजल्ट जल्दी घोषित करने जल्दबाजी ने उनका भविष्य फिलहाल दांव पर लगा दिया है, क्योंकि उनके पेपर अच्छे हुए थे लेकिन उनको ऐसे खराब परिणाम की उम्मीद नहीं थी। अब बात अगर बोर्ड परिणामों में निजी स्कूलों की करें तो एडिड समेत 321 निजी स्कूलों के 5021 स्टूडैंट्स 12वीं कलीयर नहीं कर पाए हैं। 
 

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