रिश्वत कांड के बाद विजीलैंस के राडार पर पंजाब GST के 8 अधिकारी

punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2020 - 03:45 PM (IST)

लुधियाना(धीमान): विजीलैंस की ओर से हाल ही में 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए मोबाइल विंग के असिस्टैंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर राजेश भंडारी के बाद से विजीलैंस के राडार पर जी.एस.टी. विभाग के पंजाब भर से 8 अधिकारी आ गए हैं, जिनमें ए.ई.टी.सी. व ई.टी.ओ. स्तर के अधिकारी हैं। इनमें अधिकतर मोबाइल विंग में तैनात हैं। 

विजीलैंस सूत्रों के मुताबिक रिश्वत कांड के बाद से कई परतें खुलती जा रही हैं। अब उन अधिकारियों की लिस्ट बनाई गई है जो सबसे ज्यादा निजी फीस लेकर काम करने में विश्वास रखते हैं। लुधियाना में लंबे समय से बैठे एक उच्च अधिकारी और ई.टी.ओ. का नाम सूची में सबसे ऊपर है। इसके अलावा जालंधर से एक उच्च अधिकारी, अमृतसर से ई.टी.ओ. स्तर का एक अधिकारी है। बताया जाता है कि अमृतसर का यह अधिकारी पूरे पंजाब के मोबाइल विंग को आप्रेट करता है। इसके अतिरिक्त पटियाला में एक ऐसा ई.टी.ओ. तैनात है जो अपने को किसी जांच एजैंसी में लगे रिश्तेदार का हवाला देकर खूब जेबें भरता है और विभाग के उच्चाधिकारियों की भी उसकी बदली करने की हिम्मत नहीं होती।
 
इसके अलावा बङ्क्षठडा में एक ई.टी.ओ. है जो अपने लग्जरी लाइफस्टाइल के लिए काफी मशहूर है। इसका नाम प्रमुखता से विजीलैंस की सूची में है। मोहाली में भी एक ई.टी.ओ. है जो पहले भी विजीलैंस जांच के दायरे में आ चुका है। सूत्रों से पता चला है कि विजीलैंस ने इनकी नौकरी संबंधी सारी जानकारी हासिल कर ली है कि कौन, कब से किस पोस्ट पर तैनात है। इनकी बदली न होने के पीछे क्या कारण हैं। इसके अलावा इन्होंने आज तक कितने केस पकड़े और उनसे कितनी रिकवरी की। विजीलैंस इन्हीं तथ्यों पर जांच कर ले तो भ्रष्टाचार का सारा खेल ईमानदारी की छवि रखने वाले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के सामने आ जाएगा।  

पासरों से नहीं टूट रही अफसरों की सांठगांठ
लुधियाना व मंडी गोबिंदगढ़ से बिना बिल के माल निकलवाने वाले पासरों के साथ जी.एस.टी. के अफसरों की सांठगांठ नहीं टूट रही। 2 दिन पहले जब पंजाब केसरी ने पासरों के नामों का खुलासा किया था तो उस समय एडीशनल कमिश्नर ने कहा था कि वह सिंडीकेट को तोड़ देंगे लेकिन इसके बाद आज भी सिंडीकेट बनाकर लुधियाना व मंडी गोङ्क्षबदगढ़ से जमकर गाडिय़ां पंजाब भर में बिना बिल के इधर-उधर गईं। 

आई वाश करने के लिए हाल ही में विभाग ने 25 गाडिय़ां जब्त की थीं, जिनमें अधिकतर को जुर्माना लेकर छोड़ दिया गया, लेकिन जिन पासरों की ये गाडिय़ां थीं उन पर जुर्माने के अलावा कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। आज बिना बिल के करीब 200 गाडिय़ां इधर से उधर गईं और अफसर अपने कमरों से बाहर नहीं आए। सूत्रों के मुताबिक जिन पासरों की गाडिय़ां गई हैं उनमें जीटर, गगन, बब्बू, विजय, राजू, सरपंच, गोगी, सचिन रोकी, कमल प्रमुख हैं। ध्यान रहे कि रिश्वत कांड के बाद से कई पासर विजीलैंस के पास जाकर अपनी स्टेटमैंट भी दर्ज करवा चुके हैं।

Vaneet