साढ़े 4 माह तक वहशी दरिंदा नाबालिगा से मिटाता रहा हवस

punjabkesari.in Tuesday, Jan 14, 2020 - 02:02 PM (IST)

लुधियाना(तरुण): साढ़े 4 महीने पहले थाना दरेसी के अधीन आते इलाके से एक वहशी दरिंदे ने 14 साल की लड़की को बहला-फुसला कर अगवा कर लिया। पीड़िता की मां थाने के चक्कर काटती रही परंतु थाना दरेसी से दिलासे का अलावा कुछ नहीं मिला। थक-हार कर शहर की एक समाज सेवी संस्था ने पीड़ित लड़की की मां को पुलिस कमिश्नर के पास भेजा जिसके बाद तुरंत हरकत में आई थाना दरेसी की पुलिस ने साढ़े 4 महीने से गायब हुई लड़की को मात्र 4 दिन में आरोपी सहित ढूंढ निकाला।

मंगलवार को पीड़िता के माननीय न्यायाधीश के समक्ष धारा-164 के तहत बयान दर्ज होंगे।थाना प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि 31 अगस्त 2019 को पीड़ित लड़की घर से गायब हुई थी जिसे आरोपी मनसुख निवासी सुंदर नगर (मूल निवासी निवासी अमेठी, यू.पी.) अगवा कर ले गया। आरोपी नाबालिगा को लेकर कुरुक्षेत्र चला गया व मोबाइल फोन बंद कर लिया जिस कारण उसकी लोकेशन के बारे में पता नहीं चल सका। पुलिस ने आरोपी के मूल ठिकाने अमेठी स्थित घर पर रेड की परंतु कोई सुराग हाथ नहीं लगा। 2 दिन पहले पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी लुधियाना शहर के ढंडारी इलाके में है जिसके बाद पुलिस ने रेड कर आरोपी को धर दबोचा व पीड़िता को आरोपी के चंगुल से रिहा करवाया। फिलहाल की जांच में पता चला है कि आरोपी करीब साढ़े 4 महीने तक पीड़िता के साथ दुष्कर्म करता रहा। इस वारदात में आरोपी का साथ किन-किन लोगों ने दिया है पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। पीड़िता का सिविल अस्पताल में मैडीकल करवाया गया है जहां उसके साथ हुए दुष्कर्म की डाक्टरों ने पुष्टि की है। फिलहाल मैडीकल जांच अभी पूरी नहीं हुई है। पुलिस ने दर्ज केस में पोक्सो एक्ट के अलावा दुष्कर्म की धारा जोड़ दी है व आरोपी को अदालत समक्ष पेश कर जेल भेज दिया है।

पीड़ित परिवार को मिल रही हैं धमकियां
पीड़िता का पिता लेबर का काम करता है, जबकि मां घरों में सफाई का काम करती है जिनके 4 बच्चे हैं। आरोपी पक्ष प्रवासी है व पीड़ित परिवार भी आरोपी के शहर के निकट के ही गांव के रहने वाले हैं। पीड़िता की मां ने बताया कि उन्हें आरोपी पक्ष की ओर से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उन पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। 

पुलिस पर लगे 35 हजार ऐंठने के आरोप
पीड़ित लड़की की मां ने बताया कि पुलिस जब अमेठी रेड करने गई तो उनसे 35 हजार की नकदी ली परंतु आरोपी के गांव जाकर कोई कार्रवाई नहीं की और पुलिस खानापूर्ति कर वापस लौट गई। उन्होंने बेटी की तलाश के लिए कर्जा लेकर पुलिस को नकदी दी थी। पीड़िता की मां ने रोते हुए कहा कि गरीब लोगों की नहीं होती सुनवाई।

 

आई.एम.ई.आई. नंबर से चला आरोपी का पता
जांच अधिकारी जसविन्द्र सिंह ने बताया कि 31 अगस्त को आरोपी नाबालिग लड़की को अगवा कर कुरुक्षेत्र चला गया जहां जाकर उसने मोबाइल बंद कर लिया। 2 महीने बाद आरोपी ने मोबाइल में नया नंबर डाला जिसके बाद पुलिस ने कुरुक्षेत्र में भी रेड की परंतु वहां से आरोपी भाग निकला जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के जरिए आरोपी को ढंूढ निकाला।

जांच अधिकारी ने नकारे पैसे लेने के आरोप
पीड़ित पक्ष की ओर से पुलिस पर 35,000 रुपए लेने के लगाए आरोप बारे सबंधित जांच अधिकारी जसविन्द्र सिंह का कहना है कि 2 पुरुष व एक महिला पुलिस मुलाजिम यहां से ट्रेन में अमेठी स्थित आरोपी के ठिकाने रेड करने गए थे। वहां यू.पी. पुलिस की मदद से आरोपी की तलाश की गई परंतु कुछ पता नहीं चला। उन पर नकदी लेने संबंधी लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। 
 


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