दिल्ली से लुधियाना आए 2 भाइयों ने चुराया था कारोबारी का 9 लाख से भरा बैग

punjabkesari.in Tuesday, Apr 17, 2018 - 12:05 PM (IST)

लुधियाना(ऋषि): थाना डिवीजन नं. 6 के इलाके लिंक रोड पर गत 11 अप्रैल को आर्टिक कार में फैक्टरी जा रहे कारोबारी शिव कुमार का 9 लाख से भरा बैग दिल्ली से बाइक पर आए 2 जुवेनाइल भाइयों ने चुराया था। वर्ष 2015 में शिवपुरी चौक के पास आई.ए.एस. की कार का शीशा तोड़कर 18 लाख की नकदी चुराने के मामले में एक दिन बाद कोर्ट में तारीख भुगतने दिल्ली से आए पड़ोसियों को फुटेज दिखाने पर उन्होंने भाइयों की पहचान की। इसके बाद सी.आई.ए.-2 की पुलिस ने दिल्ली उनके घर मदर गिरी में रेड कर दबोच लिया और चुराई नकदी भी बरामद कर ली।

उपरोक्त जानकारी पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल, डी.सी.पी. क्राइम गगन अजीत सिंह ने सोमवार को पत्रकार सम्मेलन दौरान दी। उन्होंने बताया कि वारदात करने वाले किशोर 15 और 17 वर्ष के हैं। दोनों आपस में रिश्तेदार हैं। गत 10 अप्रैल को वे लुधियाना आए थे और एक दिन उन्होंने शहर भर में वारदात करनी चाही, लेकिन कर नहीं पाए। बुधवार सुबह वे समराला चौक  की तरफ जा रहे थे। चीमा चौक के पास उन्हें कारोबारी की कार में एक बैग और अटैची दिख गया जिसे चुराने का उन्होंने मन बना लिया। 15 वर्षीय किशोर ने भीड़ का फायदा उठा गाड़ी पर काला तेल डाल दिया। कार से धुआं निकलने पर दूसरे बाइक सवार भाई ने उन्हें इशारे से कार रोककर चैक करने को कहा। जब दोनों ने कार से बाहर आकर बोनेट खोला तो 15 वर्षीय किशोर बैग और अटैची उठाकर भागा व बाइक के पीछे बैठ दोनों फरार हो गए। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने आसपास के इलाको में लगे कैमरों की फुटेज खंगाली तो एक का चेहरा सामने आ गया।


पुलिस आफिसर का आई.क्यू आया काम 
इस मामले को हल करने में पुलिस आफिसरों का आई.क्यू काम आया। इंस्पैक्टर राजेश कुमार के अनुसार फुटेज देखने पर स्पष्ट हो गया कि किशोर मद्रासी है। अगले दिन कोर्ट में मद्रासी लुटेरों की तारीख थी जिसमें उनके एक मुलाजिम की गवाही थी। सभी लुटेरे कोर्ट पहुंचे और पांचों को फुटेज दिखाई तो उन्होंने बताया कि ये दिल्ली में उन्हीं के पड़ोस में रहने वाले हैं जिसके बाद पुलिस की एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया।

मास्टरमाइंड अभी नहीं लगा पुलिस के हाथ
ए.सी.पी. क्राइम सुरिंदर मोहन के अनुसार किशोरों से चोरी करवाने के पीछे का मास्टरमाइंड कोई और है जो अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लग सका। वही किशोरों से चोरी करवाता है, क्योंकि किशोर अदालत से जल्द जमानत पर बाहर आ जाते हैं। पुलिस के अनुसार लिंक रोड पर वारदात करते समय इनके साथ और भी कई लोग हो सकते हैं।


पूरे इलाके के लोग कई राज्यों में करते हैं वारदातें
सी.पी. के अनुसार मदर गिरी दिल्ली का एक ऐसा इलाका है जहां रहने वाले ज्यादातर लोगों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सभी कारों से बैग चुराने का काम करते हैं। इन लोगों की खासियत यह है कि दिल्ली से बाहर जाकर क्राइम करते हैं और वापस लौट आते हैं। इनकी तरफ से ज्यादातर वारदातें पंजाब, हरियाणा, यू.पी. में जाकर की जाती हैं।


खाली समझ फैंका अटैची, बीच थे 3.87 लाख
ए.सी.पी. क्राइम के अनुसार भागते समय उन्होंने लैपटाप वाले बैग में पड़ी 6 लाख 50 हजार की नकदी निकाल ली और अटैची में कागजात देख उसे और लैपटाप के बैग को फैंक दिया जबकि अटैची में कागजात के नीचे & लाख 8700 रुपए की नकदी पड़ी हुई थी। इसके बारे में उन्हें पता नहीं चल सका।


शहर में हुई कई वारदातों में हो सकता है इनका हाथ 
काफी समय से शहर के कई इलाकों में छोटे बच्चों की तरफ से कार का शीशा तोड़कर बैग चुराने की वारदातें सामने आ रही हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में पुलिस किसी को पकड़ नहीं पाती। पुलिस का मानना है कि वे वारदातें भी दिल्ली के इसी इलाके के लोगों की तरफ से की जाती हैं, पुलिस इस बात की गहनता से जांच कर रही है। 

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