आपके लाडले की आंखों की रोशनी छीन रहा है मोबाइल!

punjabkesari.in Thursday, Jun 20, 2019 - 12:43 PM (IST)

लुधियाना (खुराना): अगर आप अपने लाडले की किसी भी जिद को पूरा करने के लिए उसे मोबाइल फोन, लैपटॉप या टैलीविजन आदि के ज्यादा इस्तेमाल से बहलाने की गलती कर रहे हैं तो अपनी इस भूल को समय रहते सुधार लें अन्यथा आपकी यह नादानी आपके मासूम के उज्ज्वल भविष्य पर उम्रभर के लिए भारी पड़ सकती है। 

ऐसा करके आप न केवल अपने बच्चे को मानसिक रोगी बनाने का बीच बो रहे हैं, बल्कि उसकी ये चीजें खासकर मोबाइल उसकी बहुमूल्य आंखों की रोशनी भी छीन रहा है। जी हां एक शोध के मुताबिक मौजूदा समय में मोबाइल फोन पर वीडियो गेम्स, इंटरनैट व कार्टून आदि देखने वाले 3 से 10 वर्ष तक की आयु वाले करीब 80 फीसदी बच्चों की आंखों की रोशनी लगातार कमजोर होती चली जा रही है, जिसमें बच्चों को आंखों की पुतलियां सिकुडऩे, भैंगेपन व चिट्टा मोतिया जैसी नामुराद बीमारियां घेरने लगी हैं, जबकि इसका गहरा असर बच्चों की याददाश्त पर भी पड़ रहा है। अक्सर बच्चे पाठशाला में गुरु जी द्वारा दिए गए शिक्षा मंत्र को घर तक पहुंचते-पहुंचते ही भूल जाते हैं, बल्कि अभिभावकों द्वारा की कई जरूरी बातें भी उन्हें समय-समय पर याद दिलवानी पड़ रही हैं।
 

मदर्स को नहीं दिखती बच्चें को मोबाइल पकड़ाने में बुराई 
बच्चों की हर जिद को मोबाइल फोन व टैलीविजन पर चलने वाले कार्टून शो आदि के इस्तेमाल से पूरा करने के मामले में जहां उनकी मदर्स का तर्क है कि वह केवल मोबाइल फोन के लिए अपने मासूम बच्चों को रोते नहीं देख सकती हैं, जिनका मानना है कि आज के दौर में बच्चे खाना-खाने से पहले या फिर अन्य काम को करने से पहले मोबाइल फोन पर गेम्स खेलने व कार्टून आदि देखने की जिद पकड़ लेते हैं। ऐेसे में बच्चों को खाना खिलाने के लिए अगर मोबाइल फोन दे दिया जाए तो इसमें कोई बुराई नहीं है।

दादा-दादी रखना चाहते हैं बच्चों को मोबाइल-टी.वी. से दूर
बच्चों के दादा-दादी की मानें तो ऐसे करके मदर्स ब"ाों के लिए खुद अपने हाथों से खाई खोद रहीं हैं, जिनका कहना है कि बच्चे जितना हो सके मोबाइल फोन व टैलीविजन से दूर रखना चाहिए। राजगुरु नगर वासी जसबीर कौर ने कहा कि पुराने जमाने में जब मोबाइल फोन व घरों में टैलीविजन आदि नहीं होते थे तो क्या उस समय लोगों के बच्चे नहीं पलते थे। मगर आज घर में एक-दो बच्चे होने पर भी उन्हें मोबाइल फोन की अंधी दुनिया में धकेला जा रहा है।

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