पुलिस ने थर्ड डिग्री टार्चर कर हिंदू नेता अमित अरोड़ा को बनाया था अपराधी
punjabkesari.in Wednesday, Jan 03, 2018 - 09:30 AM (IST)

लुधियाना(महेश): शिवसेना नेता अमित अरोड़ा की आखिरकार भोलेनाथ ने सुन ही ली, जिसमें आतंकी शार्प शूटर हरदीप सिंह शेरा व रमनदीप सिंह उर्फ बुग्गा की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब यह जान चुकी है कि अमित पर चली गोली एक सच्ची घटना थी, जबकि एक साल पहले पुलिस ने इस घटना को ड्रामा मानकर पीड़ित को ही गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस की धक्केशाही का खमियाजा वह अभी तक भुगत रहा है। उसकी पत्नी के सामने उसे नंगा करके जलील किया गया। उसको करंट लगाया गया। एक महीने तक उसे बुरी तरह से टार्चर किया गया। यह सब ङ्क्षहदू विरोधी मानसिकता वाले कुछ अधिकारी की शह पर हुआ। पुलिस की धक्केशाही का आलम यह था कि थाने से लेकर उच्चाधिकारियों तक झूठी रिपोर्ट बनाई गई। यहां तक कि तत्कालीन पुलिस कमिश्नर जङ्क्षतदर सिंह औलख ने भी प्रैस कांफ्रैस करके उसे अपराधी बताया। एक महीने तक पुलिस रिमांड के दौरान उसे अल्फ नंगा रखा गया। उसे मानसिक व शारीरिक यातनाएं दी गई। उसे जबरदस्ती अपराधी साबित करने की कोशिश की गई। जब एक साल बाद पुलिस ने घटना के असल दोषियों को पकड़ लिया तो उसकी बेगुनाही सामने आई, परंतु उस पर कहर ढाहने वाले व सफेद झूठ बोल कर लोगों को गुमराह करने वाले पुलिस अधिकारी मजे से ड्यूटी कर रहे हैं, जबकि अमित पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह पुलिस के विरुद्ध कुछ न बोले।
सोशल मीडिया पर अभी भी मिल रही है धमकियां : अरोड़ा
अमित अरोड़ा ने बताया कि सोशल मीडिया पर आज भी उसे धमकियां मिल रही है। यह धमकियां उसे मैसेंजर के माध्यम से आ रही है और उसे धमकाया जा रहा है कि 2020 आने पर उसे देख लिया जाएगा। जिसकी शिकायत उसने नैशनल इंवेस्टीगेशन एंजैसी के अधिकारियों के पास भी है। अमित ने कहा कि वह एन.आई.ए. की अदालत में उन्हें फंसाने वाले पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग करेंगे और यदि उन्हें वहां भी इंसाफ न मिला तो आगे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। अपनी टांगों पर घाव दिखाते हुए अरोड़ा ने कहा कि उसे सी.आई.ए. स्टाफ में नंगा करके थर्ड डिग्री दी जा रही थी तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने अपनी पीठ थपथपाने के लिए लड्डू बांटने वाले तथाकथित नेता भी बुला लिए और उसे अपराधी साबित करने के लिए पूरा माहौल तैयार कर दिया था। अपनी थ्यूरी को सच साबित करने के लिए डाक्टर बुलाकर पुलिस हिरासत में उसका खून निकाला गया और एक लोहे की छड़ पर लगा दिया। उसकी पत्नी व भाई के सामने उसे जलील किया गया। आज भी पुलिस का वह भयंकर चेहरा याद करके उसके रौंगटे खड़े हो जाते हैं और शरीर कांपने लग जाता है।
टारगेट किलिंग : हिंदू नेता अमित अरोड़ा पर हमले का केस एन.आई.ए. कोर्ट में ट्रांसफर
पंजाब में टारगेट किङ्क्षलग के तहत ङ्क्षहदू व अन्य धार्मिक नेताओं की हत्याओं सहित ङ्क्षहदू नेता अमित अरोड़ा पर हुए कातिलाना हमले की जांच भी एन.आई.ए. ने तेज कर दी। इसके तहत आज एन.आई.ए. की टीम लुधियाना की सुशील बोध की अदालत में पेश हुई व उन्होंने इस मामले को एन.आई.ए. की मोहाली में स्थित विशेष अदालत में ट्रांसफर करने का आग्रह किया। अदालत ने इस अर्जी को मंजूर करते हुए मामले को 16 जनवरी तक संबंधित अदालत में भेजने के निर्देश जारी कर दिए। इस दौरान शिव सेना हिन्द के उत्तर भारत प्रमुख अमित अरोड़ा भी आज लुधियाना की अदालत में पेश हुए। अमित के वकील ने बताया कि एन.आई.ए. की अपील पर मामले की फाइल को एजैंसी की मोहाली स्थित स्पैशल कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया है। अरोड़ा से जुड़े मामले पर अब 16 जनवरी को मोहाली में एन.आई.ए. की स्पैशल कोर्ट में सुनवाई होगी, जिसमें वे अपना पक्ष रखेंगे।