कर्फ्यू के 17 दिन बाद भी नहीं कामयाब हुआ सोशल डिस्टैंस

punjabkesari.in Wednesday, Apr 08, 2020 - 12:11 PM (IST)

लुधियाना(मोहिनी): शहर के 95 वार्डों में वैंडरों के जरिए सब्जी मंडी से हो रही सप्लाई के फार्मूले पर प्रशासन तो सफलता के दावे कर रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत में यह ग्राहकों और आढ़तियों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है, क्योंकि शहर भर के 95 कर्फ्यू पास होल्डर इसकी समुचित सप्लाई करने में संघर्ष का सामना कर रहे हैं। सब्जी मंडी आढ़ती एसो. के प्रधान गुरकमल सिंह ईलू ने कहा कि अब आढ़तियों ने मन बना लिया है कि वे 8 अप्रैल से सब्जी मंडी पूर्ण तौर पर बंद कर देंगे, क्योंकि जिला प्रशासन उनकी किसी भी मांग पर खरा नहीं उतर रहा। 

प्याज आढ़तियों की सरकार नहीं ले रही सुध
सब्जी मंडी में अब प्याज आढ़तियों ने भी विद्रोह की आवाज बुलंद कर दी है। आज सुबह भारी हंगामे के बीच प्याज आढ़ती सुखविंद्र्र सिंह, जसप्रीत सिंह, गुरविन्द्र सिंह मंगा, ललित कुमार, अभिषेक आहूजा, अक्षय सेठी ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से आज उनका धंधा चौपट होने की कगार पर है। कोरोना के नाम पर जो सिस्टम बनाया था, उसकी हवा निकल चुकी है। प्रशासन की बजाय इसका खमियाजा उन्हें खुद भुगतना पड़ रहा है और लाखों के माल के सडऩे व खराब होने का डर सता रहा है, क्योंकि उनका माल बिल्कुल नहीं बिक रहा। इसलिए मंडी को आम दिनों की तरह पूरे 6 दिन सप्ताह में खोलें या फिर स्थायी तौर पर बंद कर दें। आढ़तियों ने आरोप लगाया कि मालेरकोटला, खन्ना, फगवाड़ा आदि से सीधी सप्लाई होने से कोई ग्राहक मंडी नहीं आ रहा। 

कमेटी चेयरमैन ने मॉडल टाऊन व बी.आर.एस. नगर के सब्जी विक्रे ताओं की दुकानों पर की चैकिंग
मार्कीट कमेटी ने कर्फ्यू के दौरान लोगों को महंगे दामों पर सब्जियां बेचने वालों पर शिकंजा कसा हुआ है। कमेटी के चेयरमैन दर्शन लाल लड्डू ने टीम सहित मॉडल टाऊन व बी.आर.एस. नगर के इलाके में सब्जियां-फल बेचने वाली दुकानों पर औचक चैकिंग की। इसमें मॉडल टाऊन के सब्जी विके्रता द्वारा महंगे दामों पर सब्जियां बेचने का मामला सामने आया जिसमें दुकानदार ग्राहकों से सब्जियों के भाव पर 15 प्रतिशत के हिसाब से ज्यादा की वसूली कर रहा था। इसी तरह बी.आर.एस. नगर के दुकानदार द्वारा 20 प्रतिशत दाम अधिक लिए जाने की शिकायत पर चेयरमैन दर्शन लाल लड्डू ने उन्हें लोगों से ओवरचाॄजग करने पर कानूनी कार्रवाई करने को कहा तो उक्त दुकानदारों ने अपनी गलती हेतु माफी मांगी और आगे से ऐसा काम न करने के लिए प्रण लिया। चेयरमैन लड्डू ने बताया कि वह अपनी मुहिम को इसी तरह जारी रखेंगे ताकि ऐसे हालातों में सब्जी विक्रेता लोगों से ओवरचाॄजग न कर सकें। 

फ्रूट मंडी की सप्लाई लगभग खत्म, ग्राहक नदारद
कर्फ्यू से फ्रूट की डिमांड में भारी कमी आई है। इसकी 2 खास वजह हैं न तो आम लोगों के पास फू्रट खरीदने के लिए ज्यादा पैसे हैं, जिससे डिमांड में कमी आने से ग्राहक नदारद हैं, सप्लाई भी अंतिम सांसें गिन रही है, जिसके चलते फ्रूट मंडी के आढ़तियों व पल्लेदारों की रोजी-रोटी प्रभावित होगी। उन्होंने सरकार से तुरंत इस ओर ध्यान देने की मांग की है। आढ़ती इंद्रजीत सिंह व अमरवीर सिंह लोटे ने बताया कि सब्जियां तो बिक रही हैं, पर उनका काम पूरी तरह ठप्प हो गया है, सरकार क्या चाहती है, क्या हम इस कोरोना कफ्र्यू में पूरी तरह दब जाएं। आढ़तियों ने कहा कि फ्रूट मंडी से सैंकड़ों घरों की रोटी चलती है, जो अब बेरोजगार की तलवार के नीचे हैं। 

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