भड़का अध्यापकों का गुस्सा : बोले-''साडे गले फडऩ दी बजाय साडे सिर फाड़ो''

punjabkesari.in Thursday, Nov 15, 2018 - 10:15 AM (IST)

लुधियाना (विक्की): शिक्षा विभाग में रैगुलर तैनाती के लिए तनखवाह में 75 प्रतिशत तक कटौती करने के विरोध में 39 दिनों से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले अध्यापकों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। कांग्रेसी मंत्रियों व विधायकों का घेराव करके सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से अब सांझा अध्यापक मोर्चा पूरी तरह से सड़कों पर उतर चुका है। 
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इस शृंखला में बुधवार शाम को विधायक संजय तलवाड़ का घेराव करने के लिए मोहर सिंह नगर स्थित उनकी कोठी तक पहुंचने के लिए प्रदर्शनकारी अध्यापकों की पुलिस के साथ नौबत हाथापाई तक पहुंच गई और उनमें जमकर धक्का-मुक्की हुई। इस दौैरान हुई खींचतान में एक दो अध्यापकों को मामूली चोटें भी लगी, लेकिन भड़के अध्यापक पुलिस के लगाए बैरीकेडस तोड़कर विधायक तलवाड़ के घर का घेराव करने में कामयाब हो गए और उनके घर के मुख्य गेट पर सांझा अध्यापक मोर्चा का बैनर भी लगा दिया। हालांकि इससे पहले ए.सी.पी. वरियाम सिंह की अगुवाई में कई थानों की पुलिस ने अध्यापकों को विधायक के घर तक पहुंचने से रोकने के लिए कई प्रयास तो किए लेकिन धक्का-मुक्की में पुलिस का जोर नहीं चल पाया। तलवाड़ के घर के बाहर पहुंचे अध्यापकों ने जमकर पंजाब की कांग्रेस सरकार विरोधी नारेबाजी की। 
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पुलिस की ओर से रोके जाने के लिए किए गए प्रयासों में हुई धक्का-मुकी से भड़के अध्यापकों ने यहां तक कह दिया कि साड़े गले फडऩ दी बजाय साड्डे सिर फाड़ो। इससे पहले 8886 एस.एस.ए./रमसा/माडल /आदर्श अध्यापकों को रैगुलर करने के नाम पर उनकी 65-75 प्रतिशत तक की वेतन कटौती करने, संघर्ष के दौरान तबादले और निलंबन करने, अध्यापकों से लिए जाते गैर-शैक्षिक कार्यों के विरोध के तौर पर, आप्शन न क्लिक करने वाले अध्यापकों की जगह उनके स्कूलों में आप्शन क्लिक करने वाले अध्यापकों की जबरन नियुक्तियां करने, मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा मीटिंंग से मुकरने, मुख्य मंत्री के ओ.एस.डी. द्वारा मोर्चा उठाने और मीटिंग करने की बेबुनियाद और फूट डालने वाली टिप्पणी के विरोध के तौर पर आज सिविल अस्पताल चौक में धरना लगाने के उपरांत अध्यापकों और अन्य जत्थेबंदियों द्वारा रोष मार्च करते हुए विधायक तलवाड़ के घर तक पहुंचे।  यूनियन के नेताओं ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी न होने तक तक संघर्ष जारी रहेगा। 8 नवंबर को किसान, मजदूर और अन्य जत्थेबंदियों सहित अध्यापकों द्वारा वित्तमंत्री और शिक्षामंत्री के हलके में सांझा अध्यापक मोर्चा के बैनर तले विशाल रोष प्रदर्शन किया जाएगा। 
 


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