शोपीस बने GPS सिस्टम, कैसे होगी कूड़े की लिफ्टिंग की मॉनीटरिंग

punjabkesari.in Thursday, Nov 15, 2018 - 01:29 PM (IST)

लुधियाना(हितेश): नगर निगम द्वारा शैड्यूल के मुताबिक कूड़े की लिफ्टिंग न होने को लेकर ए-टू जैड कंपनी की खिंचाई तो की जा रही है, लेकिन अगर इस प्रक्रिया की मॉनीटरिंग की बात करें  तो इस मामले में खुद नगर निगम की नालायकी सामने आई है, जिसके तहत कूड़े की लिफ्टिंग  के काम पर लगी हुई गाडिय़ों में लगाए गए जी.पी.एस. सिस्टम शोपीस बनकर रह गए हैं। 


यह खुलासा कमिश्नर द्वारा तैयार करवाई गई एक रिपोर्ट में हुआ है, जिसमें कूड़े की शैड्यूल के मुताबिक लिफ्टिंग  यकीनी बनाने के लिए ए-टू जैड कंपनी की गाडिय़ों में जी.पी.एस. सिस्टम लगाने की योजना बनाई गई थी।इस रिपोर्ट में संबंधित अधिकारियों ने बताया है कि कूड़े की लिफ्टिंग  न होने को लेकर थर्ड पार्टी कंपनी से चैकिंग करवाने के लिए कापी पहले ही ए-टू जैड कंपनी की गाडिय़ों में जी.पी.एस. सिस्टम लगवा दिया गया था, जिसका बकायदा कंट्रोल रूम भी बना हुआ है, लेकिन नगर निगम अधिकारियों द्वारा जी.पी.एस. सिस्टम के जरिए शैड्यूल के मुताबिक कूड़े की लिफ्टिंग  होने बारे कोई मॉनिटरिंग नहीं की जा रही है, जिसके मद्देनजर कमिश्नर ने जी.पी.एस. सिस्टम को चालू करने के निर्देश दिए हैं।

तेल की चोरी रोकने में भी मदद मिलेगी
निगम द्वारा जी.पी.एस. सिस्टम का विस्तार करने बारे में चर्चा की जा रही है, जिससे तेल की चोरी रोकने में भी मदद मिलेगी, क्योंकि इस सिस्टम के जरिए आसानी से पता लगाया जा सकता है कि गाड़ी खड़ी है या चल रही है और दिन में कितनी देर के लिए कहां-कहां गई, जबकि इस समय नगर निगम की गाडिय़ां खड़ी रहने के बावजूद उनमें तेल की खप्त दिखाई जा रही है।

फंड के लिए स्मार्ट सिटी मिशन का सहारा
जी.पी.एस. सिस्टम को अपडेट करने के लिए काफी फंड की जरूरत भी होगी, जिसे लेकर स्मार्ट सिटी मिशन में से मदद ली जा सकती है। इस संबंधी योजना बनाने के निर्देश कमिश्नर द्वारा अधिकारियों को जारी कर दिए गए हैं।

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