पुलिस का नया कारनामा, संगीन मामले में जांच बिना एएसआई बहाल

punjabkesari.in Thursday, Jan 02, 2020 - 07:30 PM (IST)

मोगा(संजीव गुप्ता)- शहर में बीएम स्केनिंग सेंटर में लिंग निर्धारण का मामला पकड़े जाने के बाद मौके से रेडियोलॉजिस्ट को भगाने के आरोप में सस्पेंड किए गए थाना सिटी-1 के एएसआई अमरजीत सिंह को बहाल कर दिया गया है, जबकि ना तो अभी तक रेडियोलॉजिस्ट की गिरफ्तारी हुई है ना ही क्लीन चिट मिली है। हालांकि इस मामले में डीएसपी सिटी परमजीत सिंह ने अलग से जांच शुरू कर दी है। उधर पीएनडीटी कमेटी ने पहले इस मामले में तीन जनवरी को अदालत में केस दायर करने की तैयारी कर ली थी, लेकिन सिविल सर्जन डॉ. हरिंदर सिंह की लंबी छुट्टी पर चले जाने के बाद फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई भी टलती नजर आ रही है।

क्या था मामला
खालसा स्कूल के सामने बीएम स्केनिंग सेंटर पर हरियाणा के सिरसा से सहायक सिविल सर्जन डॉ. बुद्धराम के नेतृत्व में पहुंची 11 सदस्यीय टीम ने स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा लिंग परीक्षण का मामला रंगे हाथों पकड़ा गया था। रेड में लिंग परीक्षण के लिए महिला को लेकर पहुंचा झोलाछाप डॉक्टर व ट्रेंड दाई को रंगे हाथों कैश राशि के साथ पकड़ा गया था। रेडियोलॉजिस्ट डॉ. वरुण मित्तल व उसकी सहयोगी पर निगाह रखने की जिम्मेदारी मौके पर पहुंचे एएसआई को सौंपी थी। पुलिस कार्रवाई के बीच में ही वापस लौट गई थी, जिससे रेडियोलॉजिस्ट व उनकी सहयोगी मौके से फरार हो गए थे।

पंजाब केसरी में ये मामला 29 दिसंबर के अंक में प्रमुखता से छपने के बाद एसएसपी अमरजीत सिंह बाजवा ने इस लापरवाही के लिए दोषी मानते हुए एएसआई अमरजीत सिंह को सस्पेंड कर दिया था। अमरजीत सिंह पर आरोप था कि उसने रेडियोलॉजिस्ट को मौके से भगा दिया था। हैरानी की बात है कि अभी तक ना तो रेडियोलॉजिस्ट को पुलिस गिरफ्तार कर पाई है, ना ही उन्हें क्लीन चिट पुलिस जांच में मिली है, इस बीच रहस्यमयी ढंग से इतने संगीन मामले में सस्पेंड किए गए एएसआई को बहाल कर दिया गया।

डीएसपी सिटी परमजीत सिंह सिद्धू से जब पूछा गया कि क्या रेडियोलॉजिस्ट को क्लीन दे दी गई है, इस पर उन्होंने बताया कि अभी वे मामले की जांच कर रहे हैं, एएसआई अमरजीत सिंह किस आधार पर बहाल हुए हैं, इस पर उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि वे आज ऑफिस नहीं गए हैं, इसलिए एएसआई की बहाली जानकारी उन्हें नहीं है। हालांकि थाना सिटी-1 के इंस्पेक्टर लक्ष्मण सिंह ने पुष्टि की कि एएसआई अमरजीत सिंह को बहाल कर दिया गया है।

इस मामले में जब कार्रवाई में शामिल रहीं जिला स्वास्थ्य एवं फेमिली वेलफेयर अफसर डॉ. रूपिंदर कौर गिल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनके स्तर पर तो उसी दिन एफआईआर दर्ज करा दी गई थी, आगे की कार्रवाई सिविल सर्जन के स्तर पर की जानी है, वे छुट्टी पर हैं, उनके आने के बाद ही अब कार्रवाई होगी। सूत्रों का कहना है कि पीएनडीटी कमेटी ने पहले पुलिस की कार्रवाई पर अविश्वास जताते हुए फैसला लिया था कि तीन जनवरी को कोर्ट खुलते ही मामला अदालत में दाखिल कर दिया जाएगा। उधर सूत्रों का कहना है कि उच्च स्तर पर दबाव के चलते अब स्वास्थ्य विभाग के तेवर भी अब ढीले दिखने लगे हैं। पुलिस को घटना वाले दिन ही कार्रवाई के बीच मे लौट गई थी। बाद में डीसी संदीप हंस के हस्तक्षेप के बाद पुलिस दोबारा मौके पर पहुंची थी, तब जाकर केस दर्ज हुआ था।

Vaneet