मां का आरोप, ससुराल परिवार की लापरवाही से हुई बेटी की मौत

punjabkesari.in Wednesday, Nov 13, 2019 - 05:25 PM (IST)

मोगा(आजाद)- रेलवे कालोनी मोगा निवासी आशा ने आज जिला पुलिस अधीक्षक मोगा को एक दर्जन के करीब महिलाओं तथा गण्यमान्य व्यक्तियों जिनमें वाल्मीकि सभा मोगा के अरुण बोहत, आदि धर्म समाज के जिलाध्यक्ष अर्जुन कुमार, सुमित, मक्खन, लव, ज्योति, पूजा, पूनम, भगवान वाल्मीकि शिरोमणि सेवा मोगा महिला विंग की बलविन्द्र कौर, रानी, जसविन्द्र कौर शामिल थे, को साथ लेकर दिए शिकायत पत्र में आरोप लगाया कि उसकी बेटी सलोनी की मृत्यु उसके मोगा स्थित पति तथा ससुरालियों द्वारा बच्चा पैदा होने के समय की गई लापरवाही के कारण हुई है। 

पीड़िता ने शिकायत पत्र में कहा कि वह नगर निगम मोगा में सफाई सेविका की नौकरी करती है और नगर निगम मोगा सफाई सेवक यूनियन की उपाध्यक्ष भी है। मैंने अपनी इकलोती बेटी सलोनी जिसने बी.एड. इंगलिश तथा कंप्यूटर का कोर्स किया था। जिसकी शादी मैंने 4 मई 2018 को विशाल के साथ धार्मिक रीतिरिवाजों के अनुसार की थी और अपनी हैसियत के अनुसार दहेज भी दिया। उसने कहा कि शादी के बाद ही उसकी बेटी को पति तथा ससुराली परिवार नकदी तथा दहेज के लिए तंग परेशान करने के अलावा मारपीट करते आ रहे थे।

मैंने कई बार समझाने का भी प्रयास किया। जब मेरी बेटी के बच्चा होने वाला था, तो मेरी बेटी की ससुराल परिवार द्वारा अच्छी तरह से देखभाल नहीं की गई। जिस कारण उसकी सेहत दिन-ब-दिन खराब होती गई और पानी की कमी हो गई और डाक्टरों द्वारा कहा गया कि हालत इतनी खराब है कि सलोनी या उसके बच्चे में से किसी एक की जान बचाई जा सकती है, यदि इलाज ढंग से न हुआ तो। जिस पर मैंने अपनी बेटी को अपने घर लाने का प्रयास किया, ताकि उसका अच्छे से इलाज करवा सकूं, लेकिन उसके ससुरालियों ने नहीं भेजा और मुझसे सलोनी के इलाज के लिए 50 हजार रुपए मांगने लगे। 

पीड़िता ने आरोप लगाया कि मेरी बेटी की हालत इतनी खराब हो गई कि बच्चे की खातिर उसके ससुरालियों ने मेरी बेटी का ठीक ढंग से इलाज नहीं करवाया और बच्चा (बेटा) पैदा होने के बाद जब उसकी हालत बिगड़ गई, तो उसे 22 अगस्त 2019 को पी.जी.आई. चंडीगढ़ भेजा गया। वहां 24 अगस्त को उसने दम तोड़ दिया। पीड़िता ने कहा कि मेरी बेटी की मृत्यु के लिए उसका ससुराली परिवार जिम्मेवार हैं। उसने यह भी कहा कि ससुरालियों द्वारा मेरी बेटी का दहेज का सारा सामान तथा सोने के जेवरात भी हड़प लिए। 

आज अपने साथ एक दर्जन के करीब महिलाओं को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक मोगा को दिए शिकायत पत्र में इंसाफ की गुहार लगाई और कहा कि मेरी बेटी के ससुराली परिवार वाले मेरी बेटी का बेटा जिसका पालन-पोषण मैं कर रही हूं, से जब्रदस्ती छीनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यदि हमें इंसाफ न मिला, तो वह अन्य समाजसेवी जत्थेबंदियों को साथ लेकर संघर्ष के लिए मजबूर होंगे।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vaneet

Recommended News

Related News