डेंगू का संदिग्ध मरीज सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से रैफर

punjabkesari.in Wednesday, Sep 26, 2018 - 11:51 AM (IST)

मोगा (संदीप): जिला स्तरीय सिविल अस्पताल पिछले लगभग 2 महीनों से मैडीसन स्पैशलिस्ट डाक्टर की कमी से ग्रस्त होने के चलते रैफरल अस्पताल बनकर रह गया है। मंगलवार को अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड में पिछले 2 दिनों से हो रही लगातार बरसात के बाद स्थानीय सरदार नगर निवासी डेंगू के एक संदिग्ध मरीज को उसके रिश्तेदारों द्वारा यहां लाया गया, जिसकी पहले ही प्राइवेट लैबोरेटरी में करवाई जा चुकी जांच रिपोर्ट स्टाफ को दिखाई गई। रिपोर्ट देखने के बाद ड्यूटी पर तैनात डाक्टर ने बिना समय गंवाए मैडीसन स्पैशलिस्ट न होने के कारण उसको फरीदकोट के मैडीकल कालेज रैफर कर दिया।

मरीज को रैफर करने वाले ड्यूटी पर तैनात डा. जगरूप सिंह ने बताया कि उनको दिखाई गई रिपोर्ट के अनुसार मरीज पप्पू चंद (30) पुत्र चंदन राम निवासी सरदार नगर के ब्लड प्लेटलैट्स जो नार्मल व्यक्ति के शरीर में डेढ़ लाख से साढ़े 4 लाख तक होने चाहिए, वह मरीज के सिर्फ 17 हजार ही रह गए थे। प्लेटलैट्स सैल इससे कम होने पर यह मरीज के लिए खतरनाक साबित हो सकते थे। इसके साथ-साथ अस्पताल में मैडीसन स्पैशलिस्ट भी नहीं है, जिस कारण उनके द्वारा मरीज को रैफर कर दिया गया। जहां तक इस मरीज के डेंगू पीड़ित होने की बात है, इसके लिए कोई टैस्ट नहीं करवाया गया था तथा डेंगू की पुष्टि बिना टैस्ट करवाए नहीं की जा सकती है।

बिना टैस्ट डेंगू की नहीं की जा सकती पुष्टि : डा. अरोड़ा
एपीडिमोलॉजिस्ट डा. मनीष अरोड़ा ने बताया कि मंगलवार को सिविल अस्पताल से सैलों की कमी के कारण रैफर किए गए संदिग्ध डेंगू पीड़ित मरीज का डेंगू संबंधी कोई टैस्ट नहीं हुआ था। यदि सैलों की कमी की बात करें तो यह जरूरी नहीं कि यह डेंगू के कारण ही घटे हों, कई बार सैल बुखार से आने वाली कमी के कारण भी कम हो जाते हैं, लेकिन सिविल अस्पताल में मैडीसन स्पैशलिस्ट न होने के कारण मरीज को रैफर किया गया है। डा. अरोड़ा के अनुसार अब तक 9 डेंगू पीड़ित मरीज पूरे जिले में सामने आ चुके हैं।

मैडीकल टीम करेगी मरीज के रिहायशी इलाके का दौरा
हैल्थ सुपरवाइजर महेन्द्रपाल लूंबा ने कहा कि बेशक मरीज डेंगू की संदिग्ध हालत में था, लेकिन फिर भी एहतिहात के तौर पर स्वास्थ्य टीम जहां उक्त मरीज के पारिवारिक सदस्यों को दवाइयां देगी, वहीं इस इलाके का दौरा कर अन्य लोगों की सुरक्षा को देखते हुए दवाइयों का छिड़काव तथा डेंगू लारवा ढूंढने की कोशिश भी करेगी।
 

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