बरसाती नालों में जा रहा गंदा पानी घोल रहा जहर

punjabkesari.in Sunday, May 20, 2018 - 12:20 PM (IST)

मोगा (गोपी राऊंके): एक तरफ जहां पंजाब के पर्यावरण मंत्री ओ.पी. सोनी द्वारा पंजाब के सारे निगमों व कौंसिलों के अधिकारियों को उद्योगों का पानी बिना ट्रीटमैंट किए सीधा बरसाती नालों में डालने की सख्त मनाही की गई है, वहीं दूसरी तरफ मालवा इलाके के  मोगा शहर का सारा पानी ट्रीटमैंट प्लांट के बिना ही सीधा बरसाती नालों में फैंका जा रहा है, जिस कारण प्रदूषण फैल रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि शहर में से प्रदूषण घटाने के दावे करने वाले नगर निगम मोगा तथा वाटर सप्लाई व सीवरेज बोर्ड के अधिकारियों ने अभी तक इस तरफ ध्यान ही नहीं दिया है, जिस कारण यह सिलसिला लगातार जारी है। यही नहीं ड्रेन में फैंके जा रहे गंदे पानी को बंद करवाने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा अभी तक जरूरी कदम नहीं उठाए गए हैं।

‘पंजाब केसरी’ द्वारा एकत्र किए आंकड़ों के अनुसार मोगा शहर में सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट का उद्घाटन तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल द्वारा 17 सितम्बर, 2013 को किया गया था। इसके उपरांत शहरवासियों को यह उम्मीद थी कि शहर का सारा पानी इस ट्रीटमैंट प्लांट में से साफ होकर ड्रेनों में जाएगा, लेकिन 5 वर्ष बीतने के बावजूद स्थिति नहीं सुधरी। गौर हो कि इस ट्रीटमैंट प्लांट का ठेका दिल्ली की एक कंपनी को दिया गया है, जिसके द्वारा इसकी देखरेख की जा रही है।

प्लांट में काम करते मुलाजिमों ने भी स्पष्ट किया कि इसमें अभी तक आधे शहर का पानी भी नहीं आता है, लेकिन जितना पानी ट्रीट होकर आगे जाता है वह साफ होने के कारण किसानों के खेतों में फसलों को जाता है। शहर के संधुआ रोड से गुजरती ड्रेन में पड़ रहे शहर के गंदे पानी की बदबू नजदीक रहने तथा गुजरने वाले लोगों के नाक में दम करके रख देती है। नजदीक से गुजर रहे एक किसान सुरजीत सिंह का कहना था कि बरसाती नालों में जा रहे गंदे पानी ने प्रदूषण तथा बीमारियों को भी निमंत्रण दिया है। दूसरी तरफ, जब इस मामले में नगर निगम मोगा के मेयर अक्षित जैन का पक्ष जानने के लिए फोन किया गया, तो उनका फोन लगातार बंद होने के कारण संपर्क स्थापित नहीं हो सका।

Anjna