सतलुज दरिया में बढ़ रहा पानी का स्तर 5 गांवों में ब्लैक आऊट

punjabkesari.in Thursday, Aug 22, 2019 - 12:03 PM (IST)

धर्मकोट(सतीश): सतलुज दरिया में पानी का स्तर कुछ कम हुआ है, लेकिन पीछे से आ रहे पानी के कारण स्तर और बढ़ रहा है, वहीं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लगातार बांध पर लोगों को सहूलियतें मुहैया करवाई जा रही हैं व स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। पानी में लोग अपने घरों में रखा सामान प्रशासन द्वारा मुहैया करवाई किश्तियों में भरकर बाहर ला रहे हैं। हलके के गांव पारली वाला, कंबो खुर्द, शेरे वाला, संघेड़ा व मेहरू वाला पानी से घिरे हुए हैं।

प्रशासन द्वारा इन गांवों के लोगों को रैस्क्यू कर बाहर निकाला जा रहा है, लेकिन अभी भी कुछ लोग अपने घरों में हैं और बाहर आने को तैयार नहीं। एन.डी.आर.एफ. द्वारा अब तक 800 व्यक्तियों को रैसक्यू कर सुरक्षित किया गया है। पानी आने के कारण 6 गांवों में ब्लैक आऊट जारी कर दिया गया है और पानी में घिरे लोगों को प्रशासन द्वारा मोटरबोट के माध्यम से उनकी जरूरत मुहैया करवाई जा रही है।

वहीं हैलीकॉप्टर के माध्यम से पानी में घिरे लोगों को उनके मकानों पर खाने-पीने का सामान फैंका गया। प्रशासन द्वारा प्रभावित लोगों के लिए रिलीफ कैंपों में लंगर, दवाइयां, पीने वाला पानी और अन्य सहूलियतें मुहैया करवाई गई हैं। इसके साथ ही पशुओं के लिए जहां फीड दी जा रही है, वहीं समाज सेवी संस्थाओं द्वारा हरा चारा, तूड़ी आदि बांटी जा रही है।

डी.सी. ने किया बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा

डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस व सुखजीत सिंह लोहगढ़ हलका विधायक धर्मकोट द्वारा आज बाढ़ पीड़ित लोगों की सार लेने के लिए पहुंचे। इस दौरान उनके द्वारा मोटरबोट में बैठकर एन.डी.आर.एफ. की टीम द्वारा पिछले 3 दिनों से दरिया क्षेत्र में निभाए जा रहे रोल की प्रशंसा की और कहा कि इस टीम द्वारा अब तक 800 के करीब व्यक्तियों को रैस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

इस दौरान इंस्पैक्टर जी.डी. राहुल प्रताप सिंह की अगुवाई में समूची टीम को सम्मानित किया गया। डी.सी. व हलका विधायक ने कहा कि सरकार व प्रशासन बाढ़ पीड़ित लोगों के साथ है और लोगों को कोई भी मुश्किल नहीं आने दी जाएगी। पानी के कारण हजारों एकड़ फसल प्रभावित हुई है, जिसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जा चुकी है।

क्या कहना है हलका विधायक का

हलका विधायक सुखजीत सिंह काका लोहगढ़ ने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को उनके नुक्सान का पूरा-पूरा मुआवजा दिया जाएगा और जो पिछला मुआवजा है वह भी सरकार द्वारा दिया जाएगा। सरकार ने इस मुश्किल की घड़ी को प्राकृतिक आफत घोषित किया है। इस दुख की घड़ी में वह लोगों के साथ हैं और लोगों को कोई भी मुश्किल नहीं आने दी जाएगी।

swetha