वर्क परमिट की बजाय टूरिस्ट वीजा पर भेजा मलेशिया

punjabkesari.in Saturday, Aug 17, 2019 - 09:54 AM (IST)

 मोगा(आजाद): मोगा जिले के गांव तलवंडी मल्लियां निवासी एक महिला ट्रैवल एजैंट ने अपने कुछ अन्य साथियों से मिलीभगत कर एक महिला सहित 3 लोगों को वर्क परमिट के आधार पर मलेशिया भेजने का झांसा देकर 3 लाख 2 हजार रुपए की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने जांच के बाद मामला दर्ज कर कथित आरोपियों की तलाश आरंभ कर दी है।

जिला पुलिस अधीक्षक मोगा को दिए शिकायत पत्र में संदीप सिंह पुत्र अजमेर सिंह, हरमेश सिंह पुत्र बलवीर सिंह, धर्मपाल सिंह पुत्र छिन्द्रपाल सिंह तथा गुरमेल कौर उर्फ केसरो सभी निवासी गांव तलवंडी मल्लियां ने कहा कि वे विदेश जाने के चाहवान थे। उन्होंने बताया कि हमारी मुलाकात हमारे गांव की एक महिला ज्ञान कौर निवासी गांव तलवंडी मल्लियां के साथ हुई। उसने हमें बताया कि गुरदीप सिंह उर्फ राजू निवासी गांव दौधर शर्की व बिन्द्र कौर पत्नी राजी निवासी गांव बुर्ज हरी सिंह (रायकोट) जो मलेशिया रहती है, के साथ संबंध हैं। वह वर्क परमिट के आधार पर मलेशिया भेज देगी, जिस पर प्रति व्यक्ति 1 लाख 20 हजार रुपए खर्च आएगा।

इस पर हम सभी मलेशिया जाने के लिए तैयार हो गए और अपने-अपने पासपोर्ट के अलावा संदीप सिंह ने 55 हजार रुपए नकद, हरमेश सिंह ने 70 हजार रुपए, धर्मपाल सिंह ने 70 हजार रुपए व गुरमेल कौर उर्फ केसरो ने 1 लाख 7 हजार रुपए उक्त महिला ट्रैवल एजैंट को दे दिए जिसने कहा कि वह जल्द ही सभी को मलेशिया भेज देगी। संदीप सिंह ने कहा कि जब मुझे 12 जुलाई 2018 को गुरदीप सिंह उर्फ राजू अमृतसर एयरपोर्ट पर मलेशिया जाने के लिए छोड़ने गया, तो मैंने उन्हें कहा कि वह मुझे मेरा पासपोर्ट व वीजा की असली कापी दे, जो उसने मुझे दे दी। जब मैंने वीजा चैक किया, तो वह टूरिस्ट था। इस पर मैंने कहा कि मुझे टूरिस्ट वीजे पर नहीं जाना।

इसी दौरान उसने मेरा पासपोर्ट छीन लिया और 5 हजार रुपए की और मांग की। मैंने देने से इंकार कर दिया और वापस घर आ गया। जबकि हरमेश सिंह, धर्मपाल सिंह व गुरमेल कौर उर्फ केसरो ने कहा कि कथित आरोपी ट्रैवल एजैंटों ने हमें मलेशिया भेज दिया। जिस एजैंट के पास हमें भेजा गया, उसने हमें जंगल में स्थित एक फैक्टरी में बंद करके रखा और वहां 200 के करीब लोग मौजूद थे। वहां न तो हमें ढंग का खाना मिलता था और वह हमसे गैर-कानूनी ढंग से काम करवाना चाहते थे। हमें परेशान करने के अलावा मारपीट भी करने लगे और खाना भी बड़ी मुश्किल से देते थे। उन्होंने कहा कि मलेशिया में वर्क परमिट के बगैर काम करना कानूनी जुर्म है।

गलत काम के लिए करते थे मजबूर

गुरमेल कौर उर्फ केसरो ने कहा कि मलेशिया में हमें बहुत तंग-परेशान किया गया, सप्ताह में सिर्फ 2 बार ही खाना दिया जाता था और वह हमें गलत काम करने के लिए मजबूर करते थे। जब मैंने इसका विरोध किया और कहा कि मैं तो रसोई का काम करने के लिए यहां आई हूं, तो उन्होंने मेरी मारपीट भी की। पीड़िता ने कहा कि हमें वर्क परमिट दिलाने का झांसा देकर मलेशिया लाया गया था, जो हमें नहीं दिया गया। हम किसी तरह वहां से भागे और अपने घर संपर्क करके हम सब इंडिया वापस आए।

आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी

जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मामले की जांच एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सैल मोगा के प्रभारी वेद प्रकाश शर्मा द्वारा की गई। जांच दौरान अधिकारी को पता चला कि 3 लोगों को वर्क परमिट की बजाय टूरिस्ट वीजा पर मलेशिया भेजा गया। वहां से वह बड़ी मुश्किल से इंडिया वापस आए। इस तरह कथित आरोपियों ने उक्त सभी से 3 लाख 2 हजार रुपए की धोखाधड़ी की है।जांच के बाद कानूनी राय हासिल की गई और थाना अजीतवाल में ज्ञान कौर, गुरदीप सिंह उर्फ राजू व बिन्द्र कौर के खिलाफ कथित मिलीभगत तथा धोखाधड़ी के आरोपों के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। इस मामले की अग्रिम जांच एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सैल मोगा द्वारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि कथित आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

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