19 वर्षों से जिले के 4,566 नौजवानों ने छुड़वाया नशों से पीछा

punjabkesari.in Wednesday, Jun 13, 2018 - 04:39 PM (IST)

मोगा(गोपी): पंजाब में नशों की आंधी में बहे नौजवानों को दोबारा रास्ते पर लाने के लिए जिला मोगा के गांव जनेर में चल रहा नशा छुड़ाओ तथा पुनर्वास केन्द्र वरदान साबित हो रहा है। ‘पंजाब केसरी’ द्वारा हासिल किए ब्यौरे अनुसार 1999 में स्थापित हुए इस नशा छुड़ाओ केन्द्र में जहां नौजवानों को नशों जैसी गंदी बुराई से दूर रहने का पाठ पढ़ाया जाता है, वहीं नशों के शरीर पर पड़ रहे बुरे प्रभावों संबंधी भी सचेत किया जाता है ताकि नौजवान वर्ग दोबारा से नशों की दलदल में न फंसे।

नशा छुड़ाओ केन्द्र से नशा छोडऩे वाले एक नौजवान का कहना था कि नशा छोड़कर वह अब आम जिंदगी व्यतीत करने लगा है। उसने कहा कि इस केन्द्र में आने से पहले उसकी जिंदगी नशे ने नरक बना दी थी। सिंथैटिक नशे के सेवन करके उसको अपनों तक का मोह नहीं रहा था। उन्होंने बताया कि वह सारा दिन ही घटिया सोच में डूबा रहता, लेकिन अब नशा छुड़ाओ केन्द्र में विभिन्न काऊंसलर द्वारा उसको समाज का जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए अपनी विशेष भूमिका निभाई गई।

इलाज दौरान उसको अलग-अलग गतिविधियां तैसे जिम, योग, मैडीटेशन, लाइब्रेरी में से बढिय़ा सोच वाली किताबें मुहैया करवाने के साथ-साथ क्रिकेट आदि खेलों के माध्यम से उसको नशों की बुराई से दूर रहने के लिए प्रेरित किया गया। एक अन्य नौजवान का कहना था कि नशे के चलते उसके सपने टूट गए थे, लेकिन अब वह फिर नशा छोड़कर विदेश जाने का इच्छुक है। 

जुड़ रहे टूटे परिवार
नशा छुड़ाओ तथा पुनर्वास केन्द्र के डायरैक्टर बलवंत सिंह का कहना था कि इस केन्द्र में नौजवानों की सोच में तबदीली लाकर उनको अच्छी जिंदगी जीने के गुर बताए जाते हैं। उन्होंने कहा कि नशों के कारण टूटे परिवार दोबारा जुड़ रहे हैं। उन्होंने नौजवानों को कहा कि वे नशों का त्याग करके खेलों, पढ़ाई तथा अन्य गतिविधियों में भाग लेकर आगे बढ़ें ताकि देश की तरक्की में वह अपना योगदान डाल सकें।


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Anjna

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