गांव भिंडर कलां में सरपंच चुनाव की सर्वसम्मति बनी ‘खेल’

punjabkesari.in Monday, Dec 17, 2018 - 09:21 AM (IST)

मोगा/किशनपुरा कलां(गोपी राऊके, भिंडर): एक तरफ जहां 30 दिसम्बर को होने वाले पंचायती चुनाव से पहले पंजाब के कई गांवों के लोगों ने सूझबूझ का सबूत देते हुए चुनाव सर्वसम्मति से करने का सार्थक प्रयास किया है, वहीं दूसरी तरफ मोगा जिले के हलका धर्मकोट अधीन आते बड़े गांव भिंडर कलां के निवासियों ने चाहे जिले भर से सबसे पहले 11 दिसम्बर को गांव के सरपंच के  चुनाव की घोषणा कर सर्वसम्मति से मोहन सिंह को सरपंच चुन लिया था, लेकिन गांववासियों द्वारा सर्वसम्मति से किए गए चुनाव 4 दिनों में ही 2 बार टूटने के कारण अब गांववासियों की ओर से किया गया चुनाव ‘खेल’ बनने लगा है। इस तरह की स्थिति बनने के कारण यह गांव भर में काफी चर्चा का विषय बन गया है।

इस मामले में एकत्रित की गई रिपोर्ट में यह तथ्य उभरकर सामने आया है कि जब गांववासियों ने सरपंच के तौर पर मोहन सिंह को सर्वसम्मति से चुनने की घोषणा की तो गांव के ही एक अन्य गुट से संबंधित कांग्रेसी नेताओं ने तुरंत तो इसका विरोध नहीं किया, लेकिन थोड़े समय बाद ही मोहन सिंह के बराबर चुनाव मैदान में उतरने की योजना बनानी शुरू कर दी। सूत्र बताते हैं कि इस विरोधी गुट को चुनाव मैदान में उतरने के लिए सत्तारूढ़ पक्ष के विरोधी अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी हल्लाशेरी देनी शुरू कर दी, जिस कारण 2 दिन पहले 14 दिसम्बर को मोहन सिंह के बराबर दूसरे कांग्रेस गुट ने भी चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा कर दी। 

मामले संबंधी पता लगने उपरांत हलका विधायक सुखजीत सिंह काका लोहगढ़ ने दोनों गुटों के नेताओं को एकता का पाठ पढ़ाते हुए दोबारा एकजुट कर दिया जिस कारण दोनों गुट एक बार तो एकसुर हो गए, लेकिन हलका विधायक की हाजिरी में कांग्रेस नेताओं की एकजुटता 24 घंटे भी नहीं चल सकी। इसके चलते आज फिर मोहन सिंह के विरोधी गुट ने दोबारा से बलकार सिंह नंबरदार को चुनाव मैदान में उतार दिया। दोनों कांग्रेसी नेताओं के आमने-सामने होने के कारण इस गांव का चुनाव का अखाड़ा काफी दिलचस्प बनने की संभावना है।
 

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