एक्स-रे करवाने आए मरीज से बिना रसीद दिए स्टाफ ने लिए पैसे

punjabkesari.in Saturday, Sep 22, 2018 - 01:28 PM (IST)

मोगा (संदीप): जिला स्तरीय सिविल अस्पताल में शुक्रवार को उस समय विवाद खड़ा हो गया, जब एमरजैंसी वार्ड में स्थित एक्स-रे शाखा में तैनात स्टाफ द्वारा एक्स-रे करवाने गए मरीज से एक्सरे करवाने के लिए पैसे लिए गए व मरीज को उसकी रसीद नहीं दी गई। यही नहीं यहां की टी.बी. शाखा से मैडीकल अधिकारी डा. जसजीत कौर द्वारा टी.बी. के एक संदिग्ध मरीज को एक्स-रे करवाने के लिए जब उक्त शाखा में भेजा गया तो उससे भी पहल के आधार पर एक्स-रे करने के लिए कथित तौर पर पैसों की मांग की गई, जिसकी पुष्टि बोहड़ सिंह व उसकी पत्नी मंजीत कौर ने की। वहीं एक्स-रे स्टाफ पर टी.बी. मैडीकल अफसर जसजीत कौर व टी.बी. शाखा में तैनात महिला स्टाफ ने भी टी.बी. शाखा पहुंच एक्स-रे स्टाफ पर उनके साथ दुर्व्यवहार के कथित आरोप लगाए, जिसकी सूचना जिला टी.बी. अधिकारी डा. इन्द्रबीर सिंह गिल व फार्मासिस्ट नीलमनी को दी गई।

 इसके उपरांत इन मामलों की सूचना लिखित तौर पर पीड़ित मरीजों व टी.बी. शाखा स्टाफ द्वारा सिविल सर्जन डा. सुशील जैन को दी गई।सिविल सर्जन डा. सुशील जैन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस संबंधी एस.एम.ओ. डा. राजेश अत्री को मामले की जानकारी देते हुए एक्स-रे स्टाफ को उनके कार्यालय में भेजने के आदेश दिए। इस पर स्टाफ की ओर से बिना रसीद लिए गए पैसे मरीज को वापस कर दिए गए और उन पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया। 

रसीद कटवाने के लिए लिए थे पैसे
एक्स-रे शाखा में तैनात रंजीत सिंह ने उन पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि मरीजों का एक्स-रे करने हेतु सिविल अस्पताल प्रशासन की ओर से निश्चित किया गया समय बहुत कम रह गया था, जिसे देखते हुए उन्होंने मरीज से पैसे लिए थे और इसकी रसीद बाद में मुहैया करवाने की बात कही थीं।

निर्धारित नियमों की पालना करें समूह कर्मचारी
सिविल सर्जन डा. सुशील जैन ने शुक्रवार को घटित हुए मामले संबंधी कहा कि नियम अनुसार एक्स-रे करवाने हेतु मरीज को निजी तौर पर पैसे जमा करवा उसकी रसीद एक्स-रे स्टाफ को दिखानी होती है। अगर एक्स-रे शाखा स्टाफ की ओर से मरीज से पैसे लिए गए थे, वह गलत है जिसको देखते हुए उन्होंने यह पैसे वापस करवाए हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक डाक्टर व स्टाफ से गलत व्यवहार करने का आरोप है वह इसकी भी जांच करवाएंगे तथा समूह कर्मचारी नियमों की पालना करें।

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