जम्मू-कश्मीर से पंजाब में दाखिल हो सकते हैं भारी संख्या में आतंकी

punjabkesari.in Sunday, Aug 04, 2019 - 08:56 AM (IST)

जालंधर(बहल, सोमनाथ): घाटी की सड़कों पर आज लोग कम सुरक्षा बलों के जवान ज्यादा नजर आ रहे हैं। वहां की जनता में डर का माहौल है। वह इस बात को लेकर बेचैन हैं कि कुछ बड़ा होने वाला है। क्या होने वाला है फिलहाल इस पर सस्पैंस बरकरार है,जो भी होगा उसका सीधा असर पंजाब पर पड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता है। खुफिया एजैंसियों के अनुसार जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर पाकिस्तान से प्रशिक्षण लेकर आतंकी दाखिल हो चुके हैं,जो वहां मौजूद आतंकियों के साथ मिलकर बड़ी वारदातों को अंजाम दे सकते हैं।

घाटी में मौजूद है भारी संख्या में आतंकी
गत दिवस घाटी में आतंकियों से स्नाइपर राइफल मिलने और माइन मिलने से इस बात की पुष्टि हो गई है कि घाटी में भारी संख्या में आतंकी मौजूद हैं और उनके पास खतरनाक हथियार हैं। शुक्रवार बाद दोपहर अचानक सरकार की तरफ से एडवाइजरी जारी कर 15 अगस्त को खत्म होने वाली अमरनाथ यात्रा को 2 सप्ताह पहले ही रोककर  यात्रियों और पर्यटकों को अपने घरों को लौटने के लिए कह दिया गया है। घाटी में स्थिति यह है कि यात्रियों को जो साधन मिल रहे हैं वे जल्द से जल्द वहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं। कोई सड़क और रेलमार्ग से तो कोई हवाई मार्ग से घाटी छोड़ रहा है। 

यात्रियों से वसूला जा रहा है मनमाना किराया   
इस बीच खबर यह भी आई है कि यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जाने लगा है। डी.जी.सी.ए. (डायरैक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन) के निर्देश पर यात्रियों को हवाई सेवा मुहैया करवाई जा रही है। एयरलाइंस अधिकारियों और एयरपोर्ट अथॉरिटी के अनुसार शनिवार और रविवार तक के लिए टिकटें बुक हो चुकी हैं। जो सीटें बची हैं उन पर अधिक किराया वसूला जा रहा है।

पंजाब में घुसपैठ कब और कैसे?
खुफिया सूत्रों के अनुसार सर्दी के मौसम में घाटी में बर्फ पड़ जाती है। इस कारण कश्मीर में आतंकी घुसपैठ की संभावना कम हो जाती है। इस समय के दौरान आतंकियों के पंजाब में दाखिल होने की संभावना रहती है। मिसाल के तौर पर जनवरी, 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमले की घटना। वहीं जम्मू-कश्मीर में उत्पन्न हालात के मद्देनजर तथा  घाटी में 40 हजार के करीब अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की तैनाती के कारण आतंकियों द्वारा एक जगह से दूसरी जगह मूव किए जाने के दौरान वह पंजाब में दाखिल हो सकते हैं । 

आतंकी घुसपैठ का समय है यह
बरसात में नदियों-नालों में पानी भर जाता है। इसी का फायदा उठाकर पाकिस्तान की तरफ से जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की संभावना रहती है। खुफिया एजैंसियों के मुताबिक ज्यादातर घुसपैठ की संभावना मई से लेकर अक्तूबर माह में होती है। वहीं सुरक्षा एजैंसियों को कई ऐसे खुफिया इनपुट मिले थे कि पाकिस्तान में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों को अंजाम देने की फिराक में है। 

घुसपैठ के लिए आतंकियों को कवर फायर देती है पाक सेना
खुफिया जानकारी के मुताबिक पी.ओ.के. में बैठा जैश सरगना मसूद अजहर का भाई इब्राहिम अजहर जम्मू-कश्मीर में 15 खूंखार आतंकियों की घुसपैठ कराने की फिराक में है जबकि इस वक्त घाटी में करीब 270-275 आतंकी सक्रिय हैं। इनमें से 115 विदेशी और करीब 162 स्थानीय आतंकी है। उनके 14 से 16 लांच पैड हैं जिनसे आतंकी घुसने की कोशिश कर सकते हैं। करीब 2 दिन पहले ही आर्मी ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया है। वहीं 3 दिन पहले जब पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर के उल्लंघन में एकदम तेजी आई उस वक्त घुसपैठ की कोशिश की गई थी। जब भी आतंकी घुसपैठ की कोशिश करते हैं तो पाकिस्तान की सेना उन्हें कवर फायर देती है। 

ट्रम्प-इमरान मुलाकात के बाद सीमा पर आतंकी सक्रिय
खुफिया रिपोर्ट और सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि नियंत्रण रेखा (एल.ओ.सी.) के पास मौजूद लांच पैड में आतंकवादी वापस आ गए हैं। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच वाशिंगटन में पिछले हफ्ते हुई बैठक से पहले ये आतंकी एल.ओ.सी. से चले गए थे। पाकिस्तान ने कहा था कि उसके देश ने आतंकियों के सभी लांच पैड को हटा दिया है जबकि सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘कुछ दिनों से हमें ऐसी रिपोर्ट्स मिली थीं कि लांच पैड में भारत के अंदर घुसपैठ की तैयारी करने वाला कोई आतंकी मौजूद नहीं है। यह बहुत हैरान करने वाला था क्योंकि मई से अक्तूबर ऐसा समय है जब घुसपैठ की कोशिशें की जाती हैं।’’ खान ने 22 जुलाई को ट्रम्प के साथ मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान पहली बार पाकिस्तान के किसी प्रधानमंत्री के साथ सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा और खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. के मुखिया फैज हमीद साथ थे। ताजा खुफिया रिपोर्ट के अनुसार एल.ओ.सी. के लांच पैड पर 200 से 250 आतंकी वापस लौट आए हैं जो भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। सेना के अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा कि मंगलवार को घाटी के गुरेज सैक्टर में हुआ संघर्ष विराम उल्लंघन एक घुसपैठ की कोशिश थी। हमने वहां 2 आतंकियों के शव देखे थे।

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