अमिताभ बच्चन के माता-पिता ने किया था सोनिया गांधी का कन्यादान, बहुत गहरे थे पारवारिक रिश्ते

punjabkesari.in Friday, May 10, 2019 - 03:25 PM (IST)

जालंधर। (सूरज ठाकुर) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान गांधी परिवार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। खासकर बीते सप्ताह से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी उनके निशाने पर हैं। हाल ही में उन्होंने आरोप लगाया कि जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तो गांधी परिवार युद्धपोत आईएनएस विराट का उपयोग ''निजी टैक्सी'' के रूप में करता था। इस बाबत उन्होंने एक ट्वीट भी किया और 21 नवंबर 2013 को प्रकाशित इंडिया टुडे की खबर का हवाला भी दिया। इस खबर के मुताबिक छुट्टियां मनाने के लिए 30 दिसंबर 1987 को बंगाराम द्वीप पर  राहुल और प्रियंका के चार दोस्त, सोनिया गांधी की बहन, बहनोई और उनकी बेटी, सोनिया गांधी की मां, उनके भाई और मामा मोजूद थे। इस दौरे में राजीव गांधी के करीबी मित्र अमिताभ बच्चन, उनकी पत्नी जया बच्चन और तीन बच्चे भी शामिल थे। इन बच्चों में अमिताभ के भाई अजिताभ की बेटी भी शामिल थी। बात निकली ही है तो आपको बताते हैं कि गांधी और बच्चन परिवार में एक दशक में इतनी गहरी दोस्ती थी कि राजीव गांधी की शादी में सोनिया का कन्यादान अपने जमाने में सुपरस्टार रहे अमिताभ बच्चन के माता-पिता ने ही किया था। बाद में दोनों पिरवारों में राजनीतिक कारणों के चलते दरार पड़ गई थी। जिसकी भरपाई आज तक नहीं हो पाई।

नेहरू और बच्चन परिवार की दोस्ती
गांधी और बच्चन परिवार की दोस्ती की शुरुआत उस वक्त शुरू हुई थी, जब नेहरू प्रधानमंत्री थे और हरिवंश राय बच्चन विदेश मंत्रालय में हिंदी भाषा के अधिकारी थे। नेहरू बच्चन को बहुत मानते थे। इसके चलते ही इंदिरा गांधी और हरिवंश राय बच्चन की पत्नी तेजी बच्चन के बीच भी दोस्ती हुई थी। इंदिरा गांधी और तेजी बच्चन की दोस्ती तब से थी जब इंदिरा गांधी की शादी भी नहीं हुई थी। दोनों परिवारों की दोस्ती ही थी कि जब 'कुली' फिल्म की शूटिंग के दौरान जब अमिताभ घायल होकर ब्रीच कैंडी अस्पताल में पड़े थे तब राजीव गांधी अमरीका से उन्हे देखने आए और इंदिरा गांधी दिल्ली से वहां पहुंचीं थीं। 20 अगस्त, 1944 मुंबई में राजीव गांधी का जन्म हुआ। राजीव जब पहली बार अमिताभ से मिले तब उनकी मां इंदिरा गांधी उन्हें गोद में उठाए हुई थीं। अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो इलाहाबाद में एक फैंसी ड्रेस कॉम्पिटीशन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। उस कार्यक्रम में राजीव गांधी फ्रीडम फाइटर बने थे। उस समय हम सब बहुत छोटे थे। 

इंग्लैड से अमिताभ को लैटर लिखते थे राजीव गांधी
राजीव गांधी और संजय गांधी ने स्कूली पढ़ाई दून स्कूल से की जबकि उस वक्त अमिताभ और उनके भाई अजिताभ नैनीताल के शेरवुड कॉलेज में थे। इन चारों का आपस में मिलना जुलना रहता था और छुट्टियां भी अक्सर साथ ही मनाया करते थे। वक्त के साथ राजीव गांधी और अमिताभ बच्चन की दोस्ती काफी गहराती गई। बताते हैं कि इंग्लैड में पढ़ाई करने के दौरान राजीव अमिताभ को लैटर लिखा करते थे। राजीव गांधी इंग्लैंड से वापस लौटे तो उन्होंने अमिताभ बच्चन को जींस की पैंट गिफ्ट की थी, जिसे वह सालों तक पहनते रहे। उस वक्त राजीव गांधी के पास पुराना लंबरेटा स्कूटर था जिसे स्टार्ट करने के लिए अमिताभ बच्चन धक्का लगाया करते थे।

ऐसे हुई थी राजीव सोनिया की शादी
एक बार जब राजीव गांधी विदेश से लौटे तो अमिताभ के सामने उन्होंने एक एलबम रख दिया। उस एलबम में एक लड़की की फोटो थी। राजीव ने अमिताभ से पूछा कि अमित तुमको ये लड़की कैसी लगी? दरअसल, ये लड़की और कोई नहीं खुद सोनिया गांधी थीं। सोनिया गांधी इटली से पहली बार 13 जनवरी 1968 में भारत आई थीं। उनके परिवार वाले शादी से पहले अमिताभ बच्चन के घर पर ही ठहरे थे। भारत आने के 43 दिन बाद जब राजीव की सोनिया के साथ शादी हुई तो उनका कन्यादान अमिताभ के माता-पिता हरिवंश राय बच्चन और तेजी बच्चन ने ही किया था।  

ऐसे पड़ी थी रिश्तों में दरार
फिल्मों में लोकप्रियता को देखते हुए राजीव गांधी ने अमिताभ को राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया।1984 में अमिताभ बच्चन कांग्रेस के टिकट पर इलाहाबाद से चुनाव लड़े और जीत हासिल की। इसी बीच बोफोर्स घोटाला उजागर हुआ और राजीव गांधी इसकी चपेट में आ गए। यह वह घटना थी जिससे दोनों परिवारों के बीच दरार पड़ गई। चुनाव जीतने के 3 साल बाद ही अमिताभ ने इस्तीफा दे दिया। 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद गांधी परिवार यह महसूस करने लगा कि बच्चन परिवार ने उन्हें अपने से अलग किया, जबकि बच्चन परिवार का मत था कि राजनीति में लाकर उसे मझधार में छोड़ दिया।

Suraj Thakur