कनेडियन PM, दिल्ली के CM और 'चंदा'
punjabkesari.in Tuesday, Feb 20, 2018 - 03:08 PM (IST)
जालंधरः भारत दौरे पर आए कैनेडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का स्वागत भारतीय और कैनेडा मीडिया में मुख्य सुर्खियां बना हुआ है। इसी बीच एक हैरान करने वाली बात सामने आई है जो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के लिए सवाल खड़े कर रही है।
जैसा कि सभी जानते हैं कि आम आदमी पार्टी को कैनेडा में रहने वाले एन.आर.आई. भाईयों ने काफी सपोर्ट किया है लेकिन अब जब वहां के पीएम ट्रूडो यहां पहुंचे तो अरविन्द केजरीवाल तो दूर उनकी पार्टी का कोई भी सदस्य उनके स्वागत के लिए नहीं पहुंचा। केजीरवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं और यदि वह चाहते तो प्रोटोकॉल का हवाला देकर जस्टिन ट्रूडो का स्वागत करने के लिए दिल्ली में एयरपोर्ट पर जा सकते थे परन्तु ऐसा नहीं हुआ।
केजरीवाल पर शायद सवाल न उठते यदि उनकी पार्टी को कैनेडा में बैठे पंजाबी मूल के समर्थकों ने चुनाव दौरान भारी फंड न दिए होते। पार्टी की शुरुआत के बाद ही कैनेडा के पंजाबी आम आदमी पार्टी को समर्थन करते रहे हैं। कैनेडा के पंजाबी भाईचारे के लोगों ने ही पंजाब में बैठे अपने रिशेतदारों की वोटों के साथ न सिर्फ पार्टी के चार उम्मीदवारों को जिता कर लोकसभा में भेजा बल्कि विधानसभा चुनाव में भी पार्टी की जीत के लिए अंतरराष्ट्रीय तौर पर प्रचार किया। ट्रूडो के स्वागत के लिए केजरीवाल के न पहुंचने कारण कैनेडा में बैठे आम आदमी पार्टी के समर्थकों को गहरी चोट लगी है।
इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के साथ जस्टिन ट्रूडो की मुलकात पर असमंजस की स्थिति बनी रही परन्तु कैप्टन ने आखिर यह मसला सुलझा लिया और दोनों नेताओं की अमृतसर में मुलाकात होने जा रही है परन्तु अरविन्द केजरीवाल ने ट्रूडो के समर्थन में न तो कोई बयान जारी किया और न ही उन्हें मिलने पहुंचे जिसके बाद वे सवालों के घेरे में फंस गए हैं।