बी.एम.सी. चुनावों से पहले उद्धव ठाकरे का नया पैंतरा, शिव शक्ति और भीम शक्ति का टाई-अप
punjabkesari.in Tuesday, Dec 06, 2022 - 04:08 PM (IST)
मुम्बई (विशेष): महाराष्ट्र में सरकार के तख्तापलट के बाद एक बड़ा राजनीतिक फेरबदल देखने को मिला है। इस राजनीतिक घटनाक्रम के तहत उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और भीमराव अंबेदकर के पोते प्रकाश अंबेदकर की अध्यक्षता वाली पार्टी वंचित बहुजन अघाड़ी ने हाथ मिला लिया है, जिससे महाराष्ट्र में भाजपा के लिए चिंता बढ़ गई है। चुनाव पूर्व इस गठबंधन को शिव शक्ति और भीम शक्ति का टाई-अप बताया जा रहा है।
महाराष्ट्र में 2023 में बृहन्मुंबई नगर निगम (बी.एम.सी.) और 2024 में विधानसभा का चुनाव होना है। चुनाव पूर्व इस गठबंधन के कई मायने निकल रहे हैं। इस गठबंधन से महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा असर पड़ने की उम्मीद की जा रही है।
उद्धव ठाकरे और प्रकाश अंबेदकर के साथ हाथ मिलाने से महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी को और मजबूती मिलने की संभावना जताई जा रही है। उद्धव ठाकरे ने महाविकास अघाड़ी के साथ गठबंधन तोड़े बिना प्रकाश अंबेदकर की पार्टी वंचित बहुजन अघाड़ी से हाथ मिलाया है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि एम.वी.ए. को और मजबूती मिलेगी।
हिन्दुत्व और सैकुलर पॉलिटिक्स का मेल
उद्धव ठाकरे की शिवसेना जहां हिंदुत्व की राजनीति करने के लिए जानी जाती है, तो प्रकाश अंबेदकर सैक्युलर और दलित राजनीति करते हैं। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद जब शिवसेना ने कांग्रेस और एन.सी.पी. के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी, तभी उद्धव ठाकरे ने यह संकेत दे दिया था कि वह अब हिंदुत्व की राजनीति तो करेंगे लेकिन सत्ता में रहने के लिए सैक्युलर दलों के साथ तालमेल भी बढ़ाएंगे। इसी फार्मूले पर उद्वव ठाकरे ने अढ़ाई साल तक सरकार चलाई, लेकिन इसी साल जून में हुई बगावत से सत्ता गवांनी पड़ी है।
महाराष्ट्र की सत्ता भले ही उद्वव ठाकरे ने गवां दी हो, लेकिन बी.एम.सी. से अपनी पकड़ को कमजोर होने नहीं देना चाहती है। इसीलिए उद्धव खेमा अपने सियासी आधार को मजबूत करने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटा है, ताकि किसी तरह की कोई गुंजाइश बीजेपी-शिंदे गुट के लिए न रह जाए। राहुल गांधी से लेकर नीतिश कुमार, तेजस्वी यादव और प्रकाश अंबेदकर तक के साथ उद्धव ठाकरे अपने समीकरण बना रहे हैं।
भाजपा के लिए बढ़ी चिंता
उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली उद्धव बालासाहेब शिवसेना और प्रकाश अंबेदकर की अगुवाई वाली पार्टी वंचित बहुजन अघाड़ी के एक साथ आने से राज्य में बीजेपी के लिए चिंता बढ़ा दी है। इस समय महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली बालासाहेब बांची शिवेसना, भाजपा और रामदास अठावले की अगुवाई वाली रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की सरकार है। लेकिन महाविकास अघाड़ी में अंबेदकर के साथ आने से गठबंधन और भी मजबूत होगा। महाराष्ट्र में ओ.बी.सी., मराठों के साथ-साथ अब दलितों का दिल भी जीतने में कामयाब होगी। हालांकि वंचित बहुजन अघाड़ी पार्टी का राज्य में प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। पिछले चुनाव में पार्टी की एक भी सीट पर जीत नहीं हुई थी।
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