भीम आर्मी के बंद में फंसी गाड़ी, सरपंच की दादी ने अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम

punjabkesari.in Sunday, Feb 23, 2020 - 02:49 PM (IST)

जालंधर(राणा): भीम आर्मी के चीफ चन्द्रशेखर आजाद की कॉल पर बुलाए गए भारत बंद का खामियाजा एक सरपंच को अपनी दादी की जान देकर भुगतना पड़ा है। मामला जालंधर के भोगपुर का है जहां गांव डल्ला के सरपंच चरनजीत सिंह अपनी बीमार दादी को गाड़ी में अस्पताल लेकर जा रहे थे। इस दौरान आदमपुर टी प्वॉइंट चौक पर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के लगाए जाम में उनकी गाड़ी फंस गई। काफी मशक्कत के बाद भी वह जाम में फंसे रहे जिसके चलते उनकी दादी ने गाड़ी में ही दम तोड़ दिया।

जानकारी के अनुसार गांव डल्ला की सरपंच हरदीप कौर के पति चरनजीत सिंह की दादी गुरमीत कौर को दिल का दौरा पड़ गया। वह अपनी गाड़ी में उन्हें भोगपुर के निजी अस्पताल लेकर जा रहे थे। आदमपुर टी-प्वाइंट सड़क पर प्रदर्शन होने के कारण उनकी गाड़ी जाम में फंस गई। मौके पर पुलिस प्रशासन द्वारा बहुत मुश्किल से गाड़ी को जाम से बाहर निकलवाकर जैसे ही वह मरीज को दशमेश अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां से उन्हें जालंधर रैफर कर दिया गया। 

जालंधर ले जाते समय जब गाड़ी नेशनल हाईवे पर पहुंची तो फिर से जाम में फंस गई। बताया जा रहा है कि जाम में फंसी उनकी गाड़ी को पुलिस भी समय पर नहीं निकलवा सकी। मौके पर पुलिस ने गाड़ी को मशक्कत के बाद जाम से निकलवा तो दिया लेकिन थोड़ी दूर जाने पर ही उनकी दादी जी का देहांत हो गया। यदि समय रहते उन्हें अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद उनकी जान बच जाती। चरनजीत सिंह ने कहा कि इस तरह के प्रदर्शन नेशनल हाईवे पर नहीं होने चाहिएं। उन्होंने कहा कि जिस तरह का दुख उनके परिवार को बर्दाश्त करना पड़ा है, उसी तरह का दुख किसी ओर को न बर्दाश्त करना पड़े।

बंद का सबसे ज्यादा असर बिहार में देखने को मिला है। पंजाब में दलितों की संख्या 30 फीसदी से भी अधिक है, जिसके चलते पंजाब के विभिन्न हिस्सों में भी प्रमोशन में आरक्षण, एनपीए और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने जहां अमृतसर में रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है, वहीं होशियारपुर से जालंधर की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही भी ठप्प कर दी है। 

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Sunita sarangal