भ्रष्ट कैप्टन सरकार को उखाड़ फैंकने के लिए शुरू होगा ‘कांग्रेस पंजाब छोड़ो’ आंदोलन

punjabkesari.in Wednesday, Apr 11, 2018 - 08:31 AM (IST)

अमृतसर : भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद श्वेत मलिक मंगलवार को स्थानीय भाजपा कार्यालय शहीद हरबंस लाल खन्ना स्मारक में आयोजित किए गए कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे। इस अवसर पर कार्यकत्र्ताओं से रूबरू होते हुए मलिक ने कहा कि पंजाब में मौजूदा कैप्टन सरकार प्रदेश की जनता को जहां दोनों हाथों से लूट रही है, वहीं प्रदेश में हर तरफ विकास के कार्य भी अवरुद्ध कर दिए गए हैं। बिजली के दामों में अप्रत्याशित तौर पर वृद्धि कर दी गई है। इसलिए हम सभी को मिलकर ‘कांग्रेस पंजाब छोड़ो’ का आंदोलन शुरू करना है। इस आंदोलन की शुरुआत गुरु नगरी से 12 अप्रैल को स्थानीय भंडारी पुल पर स्थित दीनदयाल उपाध्याय मार्कीट से होगी।

मलिक ने कहा कि अमृतसर की महत्वपूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारियां इससे पहले भी भाजपा के पास रही हैं, जिसे बचाने के लिए हमें गंभीर प्रयास करने होंगे। पार्टी को समर्पित कोई भी कार्यकत्र्ता हम में से ही प्रधानमंत्री, सांसद, मंत्री, मेयर तथा किसी भी विभाग में चेयरमैन बन सकता है। इसलिए सभी कार्यकत्र्ताओं को चाहिए कि वे संगठन के प्रति अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाएं, क्योंकि हमें भाजपा को अन्य राज्यों की तरह पंजाब में भी आगे लेकर जाना है।


उन्होंने कहा कि वे आज जो भी हैं, पार्टी एवं पार्टी कार्यकत्र्ताओं की बदौलत ही हैं। इसलिए भाजपा को प्रदेश स्तर पर भी मजबूत करने के लिए वे पार्टी के सभी वरिष्ठ कार्यकत्र्ताओं को साथ लेकर व पार्टी के बुजुर्ग पदाधिकारियों का आशीर्वाद लेकर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि उनके लिए पार्टी संगठन सर्वोपरि है और संगठन में वही आगे आएगा, जो संगठन को समर्पित होगा। उन्होंने वर्ष 2019 में होने जा रहे आगामी संसदीय चुनावों को लेकर पार्टी कार्यकत्र्ताओं को अभी से ही अपनी कमर कसने का आह्वान किया। 


मलिक ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी तथा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह देश को प्रगति की तरफ लेकर जाना चाहते हैं, जिसके लिए हमें एकजुट होकर उनके इस सपने को साकार करना है। त्रिपुरा में भाजपा पहले कहां थी और आज भाजपा के नेतृत्व में पूर्वोत्तर राज्यों में सरकार का गठन हुआ है। उन्होंने कहा कि गुरु नगरी में पार्टी ने हमें डाक्टर बलदेव प्रकाश तथा बलराम जी दास टंडन जैसे कई वरिष्ठ पदाधिकारी दिए हैं। इनके दिखाए मार्ग पर हमें चलना होगा। 

Sonia Goswami