CPI की मोदी को ललकार कहा, भाजपा देश को विदेशी कम्पनियों के पास गिरवी रख कर रही तबाह
punjabkesari.in Tuesday, Nov 28, 2017 - 09:18 AM (IST)

लुधियाना (सलूजा): हिंद कम्युनिस्ट पार्टी ने केन्द्र की मोदी व पंजाब की कैप्टन सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ गिल रोड दाना मंडी में विशाल लाल रैली का आयोजन करके मोदी व कैप्टन सरकार को ललकारा। सी.पी.आई. के राष्ट्रीय कौंसिल के सचिव कामरेड शमीम फैजी ने कहा कि भाजपा देश को विदेशी कम्पनियों के पास गिरवी रखकर तबाह करने पर तुली हुई है। आर.एस.एस. के रिमोट कंट्रोल से चलने वाली मोदी सरकार हर उस चीज को तबाह करने पर तुली हुई है जो देशवासियों ने आजादी के बाद से प्राप्त की।
सरकारों की रोजगार संबंधी कोई नीति न होने के कारण आज देश भर में ही बेरोजगारी बेलगाम हो चुकी है। उन्होंने कहा कि विदेश नीति में अमरीका पक्ष को ध्यान में रख कर जो तबदीली लाई गई है, वह विदेशी शक्तियों के समक्ष घुटने टेकने के बराबर है। आज देश की आर्थिकता को मोदी सरकार नहीं बल्कि देश के बड़े औद्योगिक घराने अंबानी व अडानी चला रहे हैं। महंगाई बढऩे से हर घर का बजट डगमगा चुका है।
सी.पी.आई. पंजाब के सचिव कामरेड हरदेव अर्शी ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने सत्ता प्राप्ति के लिए जो चुनावी वायदे किए, उनमें से एक भी वायदा पूरा नहीं किया। राज्य में कानून व्यवस्था की हालत ऐसी है कि लोगों में असुरक्षा बढ़ती जा रही है। पंजाब सरकार ने नौजवानों को रोजगार तो क्या देना था, उल्टा आंगनबाड़ी सैंटरों व थर्मल प्लांटों को ही बंद करके बेरोजगारी पैदा करने के हालात पैदा कर दिए।
सी.पी.आई. के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डा. जोगिंद्र दयाल ने कहा कि पंजाब की हालत इस समय वित्तीय तौर पर बेहद खराब है। पंजाब इस समय 1.08 करोड़ के कर्जे के भार तले दबा पड़ा है। किसानों व खेत मजदूरों के सिर पर 80 हजार करोड़ रुपए का कर्जा है। पंजाब में हर रोज किसी न किसी क्षेत्र में किसान आर्थिक संकट के कारण खुदकुशी कर रहा है। इसके अलावा रैली में राष्ट्रीय कौंसिल के सदस्य कामरेड जगरूप सिंह, गुरनाम कंवर, गुलजार गोरिया, कुल हिंद किसान सभा के कार्यकारी प्रधान भूपिंद्र सांभर ने सरकार से मांग की किसानों व खेत मजदूरों से संबंधित कर्जे माफ कर इनको कर्जा मुक्त करने का ऐलान करे। रैली में एमरसन पॉलिमर फैक्टरी में आग लगने के बाद गिरी बिल्डिंग समेत जनवरी से आज तक स्थानीय नगर के अलग-अलग हिस्सों में लगी 300 आग की घटनाओं का मुद्दा भी उठा। इन घटनाओं की जांच करवाने की मांग की गई।